iGrain India - नई दिल्ली । हालांकि क्रशिंग प्रोसेसिंग इकाइयों की मांग सामान्य रहने से 14-20 जून वाले सप्ताह के दौरान महाराष्ट्र एवं राजस्थान में सोयाबीन के प्लांट डिलीवरी मूल्य में 50-100 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई मगर मध्य प्रदेश में 25-50 रुपए की गिरावट आई। विदेशों से सोया तेल का आयात नियमित रूप से हो रहा है जबकि अप्रैल-मई में देश से सोयामील के निर्यात में अच्छी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। मई में सोया डीओसी का निर्यात ऑफर मूल्य भी ऊंचा रहा।
प्लांट डिलीवरी भाव
समीक्षाधीन सप्ताह के सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी मूल्य मध्य प्रदेश में घटकर 4500/4600 रुपए प्रति क्विंटल के बीच आ गया लेकिन महाराष्ट्र में बढ़कर 4600/4700 रुपए प्रति क्विंटल एवं राजस्थान में सुधरकर 4650 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। केन्द्र सरकार ने 2024-25 सीजन के लिए सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाकर 4892 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया है जो 2023-24 सीजन के समर्थन मूल्य 4600 रुपए प्रति क्विंटल से 292 रुपए या 6.3 प्रतिशत ज्यादा है। इससे कीमतों में आगे कुछ तेजी आ सकती है।
सोया तेल (रिफाइंड)
लेकिन सोया रिफाइंड तेल के दाम में काफी हद तक स्थिरता या 5-7 रुपए प्रति 10 किलो की नरमी दर्ज की गई। महाराष्ट्र के धुलिया की एक इकाई में इसका भाव 15 रुपए घटकर 995 रुपए प्रति 10 किलो तथा मध्य प्रदेश के मंदसौर की एक इकाई में 7 रुपए गिरकर 955 रुपए प्रति 10 किलो रह गया।
आवक
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख उत्पादक राज्यों में 15 जून को 1.65 लाख बोरी, 17 जून को 85 हजार बोरी, 18 जून को 2.55 लाख बोरी, 19 जून को 2.70 लाख बोरी तथा 20 जून को 2.85 लाख बोरी सोयाबीन की आवक हुई। प्रत्येक बोरी 100 किलो की होती है।
बिजाई
सोयाबीन की बिजाई का सीजन औपचारिक तौर पर आरंभ हो चुका है। यदि कीमतों का स्तर नीचे रहा तो इस महत्वपूर्ण तिलहन की खेती के प्रति किसानों का उत्साह एवं आकर्षण कुछ घट सकता है। विदेशो से सोया तेल का आयात जून में कुछ कम होने की संभावना है।