iGrain India - नई दिल्ली । राष्ट्रीय स्तर पर जो किसान सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर अपने खरीफ कालीन दलहनों की बिक्र करने के इच्छुक है वे ई-समृद्धि पोर्टल पर अपना अग्रिम पंजीकरण करवा सकते हैं।
राज्यों को कहा गया है कि अधिक से अधिक संख्या में इस पोर्टल पर पंजीयन करवाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाए। वैसे पंजीकरण के बावजूद सरकारी एजेंसियों को अपना दलहन बेचने के लिए किसान बाध्य नहीं होंगे
और यदि खुले बाजार (थोक मंडियों) में समर्थन मूल्य से ऊंचा भाव मिल रहा है तो वे वहां अपना उत्पाद बेचने के लिए स्वतंत्र होंगे। सरकार केवल यह सुनिश्चित करना चाहती है कि दलहन उत्पादकों को कम से कम न्यूनतम समर्थन मूल्य अवश्य प्राप्त हो ताकि दलहनों की खेती के प्रति उसका उत्साह एवं आकर्षण बरकरार रहे।
हाल ही में सरकार ने तुवर का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 7550 रुपए प्रति क्विंटल तथा उड़द का 7400 रूपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है।
सरकार को उम्मीद है कि जब नई फसल की कटाई - तैयारी जोर शोर से आरंभ होगी तब इन दोनों महत्वपूर्ण दलहनों का बाजार भाव घटकर नीचे आ सकता है
और वैसी हालत में किसानों को सरकारी एजेंसियों को अपना उत्पादन बेचने के लिए विवश होने पड़ सकता है। तुवर एवं उड़द की बिजाई का सीजन आरंभ हो गया है और इस बार मानसून की बारिश अच्छी होने की उम्मीद है।