iGrain India - नई दिल्ली । भारत में 2024-25 सीजन के दौरान गन्ना एवं चीनी के उत्पादन में अच्छी वृद्धि होने की उम्मीद है लेकिन सरकार ने संकेत दिया है कि कम से कम चालू सीजन के दौरान चीनी के निर्यात की अनुमति का कोई प्लान नहीं है।
मालूम हो कि भारत दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उपभोक्ता एवं ब्राजील के बाद दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक देश है। सरकार पहले देश के विभिन्न भागों में दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश का प्रदर्शन देखना चाहती है और यदि सब कुछ सामान्य रहा तो अगले मार्केटिंग सीजन में चीनी के निर्यात की स्वीकृति देने पर विचार दिया जा सकता है। नया मार्केटिंग सीजन अक्टूबर 2024 से आरंभ होकर सितम्बर 2025 तक जारी रहेगा।
केन्द्रीय खाद्य मंत्री के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस बार गन्ना के बेहतर उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है लेकिन यह मुख्यत: मानसून की वर्षा पर निर्भर करेगा। मौसम विभाग में सामान्य से अधिक बारिश होने की भविष्यवाणी की है।
चीनी निर्यात की अनुमति के मुद्दे पर खाद्य मंत्री का कहना था कि पहले यह देखना आवश्यक होगा कि मानसून सीजन में वर्षा की स्थिति कैसी रहती है और फिर चीनी उत्पादन का अनुमान लगाया जाएगा।
उत्पादन एवं बजाया स्टॉक का आंकलन होगा तथा घरेलू मांग एवं खपत की पोजीशन देखी जाएगी। उस्डा ने 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान देश में लगभग 20 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान लगाया है भारत से चीनी के मुक्त निर्यात की अनुमति नहीं है और केवल सरकार द्वारा जारी परमिट के आधार पर ही इसका शिपमेंट हो सकता है। सरकार एक साल से परमिट जारी नहीं कर रही है।