iGrain India - मुम्बई । केन्द्रीय खाद्य सचिव एवं इंटरनेशन शुगर ऑर्गेनाइजेशन के चेयरमैन ने कहा है कि चीनी तथा एथनॉल क्षेत्र को तीन आयामी रणनीति पर ध्यान केन्द्रित करने की आवश्यकता है।
उनका कहना था कि इस वर्ष भारत इंटरनेशनल शुगर ऑर्गेनाइजेशन (आईएसओ) के चेयरमैन का दायित्व संभाल रहा है जो ख़ुशी की बात है।
सितम्बर 2023 में भारत ने कार्बन उत्सर्जन से मुक्ति एवं एथनॉल के उपयोग में बढ़ोत्तरी की दिशा में अपना महत्वपूर्ण प्रयास करने तथा अधिकतम योगदान देने के लिए ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस की जोरदार कोशिश की थी।
इसका उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों को एक साफ-स्वच्छ दुनिया उपलब्ध करवाना था। इस अलायंस द्वारा नियत उद्देश्यों को हासिल करने के लिए भारत निरन्तर अपना सर्वोत्तम प्रयास जारी रखेगा।
नई दिल्ली में 25 से 27 जून तक आयोजित आईएसओ की कौंसिल मीटिंग के दौरान चेयरमैन ने कहा है कि ब्राजील और भरत दुनिया के दो सबसे प्रमुख चीनी उत्पादक देश है जो वैश्विक उत्पादन में संयुक्त रूप से करीब 50 प्रतिशत का योगदान देते हैं।
वैश्विक स्तर पर चीनी की समुचित आपूर्ति एवं उपलब्धता सुनिश्चित करने की प्रक्रिया निरन्तर जारी रहनी चाहिए। इसके लिए किसानों की अधिक से अधिक मात्रा में गन्ना का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए
और साथ ही साथ साफ-स्वच्छ ईंधन के लिए एथनॉल का उत्पादन एवं इस्तेमाल बढ़ाया जाना चाहिए। भारत में पिछले साल से अल नीनो मौसम चक्र का प्रकोप शुरू हुआ था जिससे चीनी का उत्पादन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ। चालू वर्ष के दौरान मानसून की अच्छी वर्षा से उत्पादन बेहतर होने के आसार हैं।