iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्र सरकार ने 10 लाख टन अरहर (तुवर) के बफर स्टॉक के निर्माण का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है और उपभोक्ता मामले सचिव को यह लक्ष्य हासिल होने का भरोसा है।
तुवर का न्यूनतम समर्थन मूल्य 550 रुपए बढ़ाकर 7550 रुपये प्रति क्विंटल नियत किया गया है और इस पर 21 से भंडारण सीमा भी लगा दी गई है जो 30 सितम्बर तक जारी रहेगी।
उपभोक्ता मांमले सचिव ने पिछले दिनों कहा था कि इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मानसून के सीजन में काफी अच्छी वर्षा होने की उम्मीद है और बाजार भाव किसनों के लिए आकर्षक बना हुआ है जिससे तुवर के बिजाई क्षेत्र एवं उत्पादन में भारी बढ़ोत्तरी की उम्मीद है।
आमतौर पर उद्योग-व्यापार समीक्षक भी इस बार से सहमत है कि चालू खरीफ सीजन के दौरान अरहर के घरेलू उत्पादन में अच्छी बढ़ोत्तरी हो सकती है लेकिन यदि-जुलाई से सितम्बर के बीच मौसम एवं मानसून की स्थिति में कोई विकृति पैदा हुई तो उत्पादन का समीकरण गड़बड़ हो सकता है।
पिछले साल अगस्त में सूखा पड़ गया था जबकि इस वर्ष अगस्त में जोरदार बारिश होने की संभावना व्यक्त की जा रही है जिससे कहीं-कहीं भयंकर बाढ़ आने की आशंका रहेगी। इससे तुवर की फसल को नुकसान हो सकता है।
केन्द्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के साथ-साथ प्रचलित बाजार भाव पर भी तुवर खरीदने का प्रयास कर सकती है। कर्नाटक में तुवर के बिजाई क्षेत्र में भारी बढ़ोत्तरी होने के संकेत मिल रहे हैं जबकि महाराष्ट्र से स्पष्ट संकेत मिलना अभी बाकी है।