iGrain India - हैदराबाद । हालांकि दक्षिण-पूर्व एशिया में अवस्थित देश- फिलीपींस की सरकार ने चावल पर लगे 35 प्रतिशत के आयात शुल्क को घटाकर 15 प्रतिशत निर्धारित करने का निर्णय लिया है जो अगस्त के आरंभ से प्रभावी होगा और वर्ष 2028 तक लागू रहेगा। मगर इससे भारत को कोई खास फायदा निकट भविष्य में होने की संभावना नहीं है।
दरअसल फिलीपींस में मुख्यत: सफेद (कच्चे) गैर बासमती चावल का आयात किया जाता है जबकि भारत से इस चावल के व्यापारिक निर्यात जुलाई 2023 से ही प्रतिबंध लगा हुआ है।
यद्यपि भारत सरकार ने फिलीपींस सरकार के विशेष आग्रह पर सफेद चावल का निर्यात कोटा जारी किया था मगर इसके शिपमेंट के लिए अपनी एक अधीनस्थ एजेंसी को अधिकृत कर दिया।
ध्यान देने की बात है कि फिलीपींस चावल का सर्वाधिक आयात अपने निकटवर्ती देश - वियतनाम से और उसके बाद थाईलैंड से करता है। फिलीपींस चावल का प्रमुख आयातक देश है।
वहां आयात शुल्क में भारी कटौती होने से वियतनाम को अपने चावल का निर्यात बढ़ाने में अच्छी सफलता मिल सकती है। यदि भारत से सफेद गैर बासमती चावल के निर्यात की अनुमति मिलती है तो भारतीय निर्यातक वहां कुछ प्रयास कर सकते हैं। इंडोनेशिया के चावल बाजार में भी भारतीय निर्यातकों को प्रवेश करने का अवसर नहीं मिल रहा है।