iGrain India - मुम्बई । भारतीय जीरे के प्रमुख आयातक देश- चीन में इस बार घरेलू फसल काफी कमर होने से आयातकों की सक्रियता काफी बढ़ गई है।
एक अग्रणी व्यापार विश्लेषक के अनुसार पिछले साल के मुकाबले इस बार चीन में जीरा के उत्पादन में लगभग 40 प्रतिशत की जोरदार गिरावट आई है।
चालू वित्त वर्ष के प्रथम माह यानी अप्रैल 2024 के दौरान भारत से जीरा के निर्यात में 133 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई । इसके तहत चीन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), मोरक्को तथा अफगानिस्तान जैसे देशों को भारत से भारी मात्रा में जीरे का निर्यात किया गया। विश्लेषकों के मुताबिक पिछले साल भारतीय जीरे का निर्यात प्रदर्शन कमजोर रहा था लेकिन चालू वर्ष के दौरान शानदार उत्पादन, बेहतर स्टॉक एवं प्रतिस्पर्धी अंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य के कारण इसके निर्यात शिपमेंट में भारी इजाफा होने के आसार हैं।
गत वर्ष जब भारतीय जीरे का भाव अत्यन्त ऊंचा एवं तेज हो गया था तब ईरान, यूएई, अमरीका एवं बांग्ला देश जैसे महत्वपूर्ण एवं परम्परागत खरीदार तुर्की, चीन एवं सीरिया की तरफ मुड़ गए थे। स्वयं भारत को चीन से इस महत्वपूर्ण मसाले का आयात बढ़ाने के लिए विवश हुआ पड़ा था।
लेकिन चालू वर्ष के दौरान भारतीय जीरे का भाव घटकर सामान्य स्तर पर आने तथा स्टॉक ज्यादा रहने से इसकी निर्यात मांग पुनः बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। आगे इसमें और बढ़ोत्तरी हो सकती है।
जोधपुर के एक अग्रणी व्यापारी के अनुसार वैश्विक बाजार में जीरा का भाव फिलहाल 3600-4000 डॉलर प्रति टन के बीच चल रहा है जो भारतीय जीरे के दाम से ऊंचा है इसलिए उसकी मांग काफी मजबूत बनी हुई है।
जीरा की अगली नई फसल सात आठ माह से पहले नहीं आने वाली है इसलिए कीमतों को आगे और समर्थन मिल सकता है। सीरिया एवं तुर्की में अगले महीने से नया जीरा आने की संभावना है।