iGrain India - नई दिल्ली । दक्षिण-पश्चिम मानसून की अच्छी बारिश होने, न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि किए जाने तथा बाजार भाव अनुकूल रहने से खरीफ फसलों की खेती में भारतीय किसान भारी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वर्ष के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर 28 जून तक खरीफ फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र बधार 240.72 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 181.60 लाख हेक्टेयर से 59.12 लाख हेक्टेयर ज्यादा है।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान दलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र 8.02 लाख हेक्टेयर से उछलकर 22.54 लाख हेक्टेयर, तिलहनों का बिजाई क्षेत्र 16.81 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 42.95 लाख हेक्टेयर, गन्ना का रकबा 55.45 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 56.88 लाख हेक्टेयर तथा कपास का क्षेत्रफल 36.30 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 59.13 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
दूसरी ओर इसी अवधि में धान का उत्पादन क्षेत्र 22.77 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 22.73 लाख हेक्टेयर तथा मोटे अनाजों एवं श्री अन्न का बिजाई क्षेत्र 36.23 लाख हेक्टेयर से गिरकर 30.89 लाख हेक्टेयर रह गया।
पिछले साल के मुकाबले चालू खरीफ सीजन के दौरान दलहन फसलन के संवर्ग में तुवर का उत्पादन क्षेत्र 84 हजार हेक्टेयर से उछलकर 13.02 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। यह कोई अप्रत्याशित बात नहीं है।
बाजार भाव अत्यन्त ऊंचे स्तर पर होने से तुवर के उत्पादन शेष में इस बार जोरदार बढ़ोत्तरी का अनुमान पहले से ही लगाया जा रहा है। यदि मौसम एवं मानसून अनुकूल रहा तो तुवर का क्षेत्रफल इस बार नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है।
तुवर के अलावा उड़द का बिजाई क्षेत्र 51 हजार हटकेयर से बढ़कर 3.18 लाख हेक्टेयर एवं मूंगफली का क्षेत्रफल 4.57 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 5.11 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा।
तिलहन फसलों में यद्यपि मूंगफली का बिजाई क्षेत्र 14.56 लाख हेक्टेयर से घटकर 8.19 लाख हेक्टेयर रह गया मगर सोयाबीन का उत्पादन क्षेत्र 1.63 लाख हेक्टेयर से उछलकर 33.66 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। अन्य तिलहन फसलों की खेती अभी सीमित क्षेत्र में हुई है।
मोटे अनाजों में यद्यपि मक्का का बिजाई क्षेत्र 8.10 लाख हेक्टेयर से उछलकर इस बार 23.53 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा है। मगर बाजरा का रकबा 25.67 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 4.09 लाख हेक्टेयर रह गया। ज्वार, सभी एवं स्टॉक मिलेट्स के क्षेत्रफल में भी कुछ वृद्धि हुई है।