iGrain India - स्टॉक सीमा लागू होने से गेहूं का भाव कई मंडियों में नरम
नई दिल्ली । केन्द्र सरकार द्वारा 24 जून 2024 को गेहूं पर भंडारण सीमा लागू करने का निर्णय लिया गया जो उसी दिन से प्रभावी हो गया। यह आदेश 31 मार्च 2025 तक लागू रहेगा और इसके तहत मिलर्स-प्रोसेसर्स, व्यापारी स्टॉकिस्ट तथा बिग चेन रिटेलर्स के लिए गेहूं के अधिकतम स्टॉक की सीमा निर्धारित की गई है। घरेलू बाजार पर इसका मनोवैज्ञानिक असर देखा जा रहा है। 22 से 28 जून वाले सप्ताह के दौरान राजकोट, इंदौर, देवास, डबरा, बूंदी एवं सीतापुर सहित कुछ अन्य मंडियों में गेहूं का भाव नरम पड़ गया जबकि दिल्ली, उज्जैन एवं इटारसी में इसका दाम मजबूत रहा।
दिल्ली
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान दिल्ली में यूपी / राजस्थान के गेहूं का भाव 20 रुपए सुधरकर 2690/2700 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया जबकि इसकी आवक 6000 से 10000 बोरी के बीच दर्ज की गई।
गुजरात
दूसरी ओर गेहूं का दाम गुजरात के राजकोट में 100 रुपए, मध्य प्रदेश के इंदौर में 250 रुपए , देवास में 300 रुपए तथा डबरा में 75 रुपए प्रति क्विंटल घट गया। लेकिन उज्जैन में 100 रुपए तथा इटारसी में 10 रुपए की वृद्धि हुई। राजस्थान के बारां एवं बूंदी में गेहूं की कीमत कुछ नरम रही। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी और एटा में भी गेहूं के दाम में क्रमश: 20 रुपए एवं 15 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।
आवक
प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में गेहूं की सीमित आवक हो रही है मगर फिर भी कीमतों में मुख्यत: नरमी ही देखी जा रही है क्योंकि भंडारण सीमा लागू होने से खरीदार अधिक मात्रा में इसकी खरीद करने से परहेज कर रहे हैं। उद्योग-व्यापार क्षेत्र के पास गेहूं का लम्बा-चौड़ा स्टॉक उपलब्ध नहीं है और किसान भी नीचे दाम पर आप उत्पाद बेचने को तैयार नहीं है। सरकार ने अभी ओएमएसएस आरंभ नहीं किया है। लेकिन व्यापारियों-मिलर्स पर शिकंजा कसना जरूर शुरू कर दिया है।