iGrain India - वैंकुवर । कनाडा में मसूर की बिजाई समाप्त हो चुकी है। सस्कैचवान प्रान्त के अधिकांश भाग में पिछले सप्ताह के दौरान भारी बारिश हुई और कुछ क्षेत्रों में पानी का जमाव हो गया।
मौसम ठंडा होने तथा खेतों में नमी का अंश बढ़ जाने से फसल के तीव्र विकास में बाधा पड़ रही है। भारी वर्षा होने से मसूर की फसल पर रोगों-कीड़ों का प्रकोप बढ़ने की आशंका है जिससे उपज दर में कमी आ सकती है।
अगले तीन-चार सप्ताहों का मौसम फसल के लिए बेहद महत्वपूर्ण सबित होने वाला है और उसके आधार पर कीमतों की दशा एवं दिशा निर्धारित हो सकती है।
27 जून को स्टैट्स कैन द्वारा बिजाई का आंकड़ा जारी किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार मसूर का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल से 15 प्रतिशत बढ़कर इस बार 42 लाख एकड़ पर पहुंच गया।
इसके तहत लाल मसूर का बिजाई क्षेत्र 23 लाख एकड़ से बढ़कर 25.60 लाख एकड़, मोटी हरी मसूर का क्षेत्रफल 9 लाख एकड़ से बढ़कर 11.10 लाख एकड़ तथा छोटी हरी मसूर का रकबा 3.70 एकड़ से सुधरकर 4.70 लाख एकड़ पर पहुंच गया।
कनाडा में मौसम अनुकूल होने से मसूर की फसल बेहतर स्थिति में दिखाई पड़ रही है। सस्कैचवान में मसूर की 90 प्रतिशत फसल को अच्छी या उत्साहवर्धक स्थिति में आंका गया है।
मई के अंत में 96 प्रतिशत फसल इस अवस्था में थी। फिलहाल मसूर की उपज दर एवं पैदावार के बारे में कोई निश्चित अनुमान लगाना कठिन है।
चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान अब तक कनाडा से 12.50 लाख टन मसूर का निर्यात हुआ जो गत सीजन की समान अवधि के शिपमेंट 17.10 लाख टन तथा पंचवर्षीय औसत निर्यात 15.50 लाख टन से काफी कम है।
वहां मसूर का स्टॉक सीमित है जिससे मंडियों में माल की आपूर्ति घटती जा रही है। मार्केटिंग सीजन जल्दी ही समाप्त होने वाला है। अगले महीने से इसकी नई फसल की कटाई-तैयारी आरंभ होने वाली है। मसूर का उत्पादन 42 बढ़कर 25 हजार टन पर पहुंच सकता है।