iGrain India - जयपुर । रबी सीजन की सबसे प्रमुख तिलहन फसल- सरसों की आवक सभी उत्पादक राज्यों की प्रमुख मंडियों में नियमित रूप से जारी है और मिलों में इसकी अच्छी क्रशिंग भी हो रही है।
जयपुर (राजस्थान) के चांदपोल की अनाज मंडी में अवस्थित लोकप्रिय प्रतिष्ठान मैं मरुधर ट्रेडिंग एजेंसी के मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल चतर द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार चालू मार्केटिंग सीजन के शुरूआती चार महीनों में यानी मार्च से जून 2024 के दौरान प्रमुख उत्पादक राज्यों में कुल 67 लाख टन सरसों की आवक हुई जिसमें से 47 लाख टन की आपूर्ति खुली मंडियों में तथा शेष 20 लाख टन की आवक सरकारी क्रय केन्द्रों पर हुई।
खुली मंडियों में मार्च में 15.50 लाख टन, अप्रैल में 11.50 लाख टन, मई में 11.00 लाख टन तथा जून में 9 लाख लाख टन सरसों की आवक हुई जबकि सरकारी क्रय केन्द्रों पर मार्च में महज 10 हजार टन, अप्रैल में 13.80 लाख टन, मई में 5.60 लाख टन तथा जून में 50 हजार टन सरसों की आपूर्ति एवं खरीद हुई। अप्रैल में सरसों का भाव घटकर काफी नीचे आ गया था।
मरुधर ट्रेडिंग एजेंसी के आंकड़ों के अनुसार मार्च में 13 लाख टन, अप्रैल में 9 लाख टन एवं मई-जून में 10-10 लाख टन के साथ आरंभिक चार महीनों में कुल 42 लाख टन सरसों की क्रशिंग हुई।
मार्च के आरंभ में 4.50 लाख टन सरसों का पिछला बकाया स्टॉक मौजूद था जबकि 30 जून तक 67 लाख टन सरसों की आवक हुई।
इसमें से 20 लाख टन एजेंसियों द्वारा की गई और वह सारा स्टॉक अभी मौजूद है। तेल मिलों द्वारा इन चार महीनों में 42 लाख टन सरसों की क्रशिंग की गई और 1 जुलाई 2024 को मिलर्स-प्रोसेसर्स तथा व्यापारी- स्टॉकिस्ट के पास 9.50 लाख टन का स्टॉक बच गया।
उधर सरकारी एजेंसियों के पास 27.50 लाख टन सरसों का स्टॉक मौजूद है जिसमें 7.50 लाख टन का पुराना स्टॉक एवं 20 लाख टन का नया स्टॉक शामिल है।
1 जुलाई को किसानों के पास 49 लाख टन, मिलर्स व्यापारियों के पास 9.50 लाख टन तथा सरकारी एजेंसियों (नैफेड एवं हैफेड) के पास 27.50 लाख टन के साथ देश में 86 लाख टन सरसों का स्टॉक मौजदू है।