iGrain India - यंगून । भारत के पूर्वोत्तर पड़ोसी देश- म्यांमार से नियमित तौर पर अच्छी मात्रा में दलहनों का निर्यात हो रहा है। एक अग्रणी संस्था- ओवरसीज एग्रो ट्रेडर्स एसोसिएशन (ओएटीए) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वर्ष की पहली छमाही में यानी जनवरी-जून 2024 के दौरान म्यांमार (बर्मा) से करीब 4.61 लाख टन उड़द, 1.90 लाख टन अरहर (तुवर) तथा 3.88 लाख टन मूंग का निर्यात हुआ। उड़द एवं तुवर का अधिकांश भाग भारत को भेजा गया जबकि मूंग का निर्यात चीन सहित कई अन्य देशों को हुआ। भारत में मूंग का आयात प्रतिबंधित है।
एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार चालू वर्ष के दौरान म्यांमार से जनवरी में करीब 74 हजार टन, फरवरी में 52 हजार टन, मार्च में 80 हजार टन, अप्रैल में 88 हजार टन, मई में 1.03 लाख टन तथा जून में 65 हजार टन उड़द का निर्यात किया गया।
जहां तक तुवर की बात है तो इसके निर्यात की मात्रा जनवरी में 31 हजार टन, फरवरी में 33 हजार टन, मार्च में 30 हजार टन, अप्रैल में 28 हजार टन, मई में 41 हजार टन तथा जून में 27 हजार टन दर्ज की गई।
म्यांमार से मूंग का निर्यात जनवरी 2024 में 34 हजार टन हुआ जो फरवरी में बढ़कर 64 हजार टन तथा मार्च में उछलकर 95 हजार टन पर पहुंचने के बाद अप्रैल में घटकर 71 हजार टन, मई में गिरकर 65 हजार टन तथा जून में फिसलकर 59 हजार टन रह गया।
म्यांमार से सीमा सड़क मार्ग तथा समुद्री मार्ग- दोनों रास्तों से दलहनों का निर्यात किया जाता है। भारत इसका सबसे बड़ा खरीदार है। यहां म्यांमार से उड़द एवं तुवर का विशाल आयात होता है।
इस बार म्यांमार में फसल अच्छी हुई है इसलिए दलहनों का अच्छा खासा निर्यात योग्य स्टॉक मौजूद है। वैसे भारत में म्यांमार के साथ -साथ अफ्रीकी देशों से भी तुवर का आयात बड़े पैमाने पर किया जाता है जिसमें मोजाम्बिक एवं मलावी भी शामिल हैं।