iGrain India - कम लिवाली से हरियाणा एवं राजस्थान में सरसों के भाव में मिश्रित रूख
नई दिल्ली। सरकारी खरीद बंद होने तथा मिलर्स / स्टॉकिस्टों की मांग कमजोर पड़ने से 28 जून-4 जुलाई वाले सप्ताह के दौरान सरसों का थोक मंडी भाव हरियाणा एवं राजस्थान में नरम पड़ गया जबकि गुजरात, मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश में या तो कुछ सुधर गया या पुराने स्तर पर ही स्थिर रहा। किसानों के पास अभी सरसों का विशाल स्टॉक मौजूद है लेकिन इसका मंडी भाव एक बार फिर घटकर न्यूनतम समर्थन मूल्य क आसपास आ गया है।
42% कंडीशन सरसों
आलोच्य सप्ताह के दौरान 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का भाव दिल्ली में 100 रुपए बढ़कर 6050 रुपए प्रति क्विंटल तथा जयपुर में 50 रुपए सुधरकर 6100/6125 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा। इसी तरह एवरेज क्वालिटी वाली सरसों की कीमत गुजरात की डीसा मंडी में 30 रुपए सुधरी मगर धनेरा में 45 रुपए नरम पड़ गयी। हरियाणा में सरसों का दाम हिसार में 100 रुपए, आदमपुर में 154 रुपए प्रति क्विंटल नरम रहा मगर बरवाला, चरखी दादरी एवं सिरसा में तेज हो गया। मध्य प्रदेश में सरसों का दाम मुरैना तथा पोरसा में 50-50 रुपए बढ़ा मगर ग्वालियर में 5600/5700 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा।
राजस्थान
सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- राजस्थान की सरसों के मूल्य में मिश्रित रूख देखा गया। वहां इसका दाम गंगानगर एवं बीकानेर में 100-100 रुपए की वृद्धि के साथ क्रमश: 5600 रुपए एवं 5300/5600 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर भरतपुर एवं खैरथल में 50-50 रुपए तथा अलवर में 25 रुपए नरम पड़ गया। इसी तरह बूंदी में सरसों का भाव 200 रुपए घटकर 5200 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
आवक
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर मंडियों में 28 जून, 29 जून, 1 जुलाई एवं 2 जुलाई में से प्रत्येक दिन 3.50 लाख बोरी सरसों की आवक हुई जबकि 3 जुलाई को यह 4.00 लाख बोरी पर पहुंची। 4 जुलाई को आवक पुनः घटकर 3.50 लाख बोरी रह गई। सरसों की प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है।
सरसों तेल
सरसों तेल का भाव आमतौर पर 10-20 रुपए तेज रहा मगर लुधियाना में 40 रुपए घटकर 1110 रुपए प्रति 10 किलो पर आ गया। दिल्ली में यह 15 रुपए बढ़कर 1170 रुपए तथा मुम्बई में 10 रुपए सुधरकर 1180 रुपए प्रति 10 किलो पर पहुंच गया।