iGrain India - नई दिल्ली । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले पांच दिनों के दौरान देश के मध्यवर्ती क्षेत्र तथा पश्चिमोत्तर भाग में भारी वर्षा होने की भविष्यवाणी की है।
इसके तहत छत्तीसगढ़ एवं विदर्भ (महाराष्ट्र) तथा उत्तर प्रदेश के साथ-साथ बिहार में भी मूसलाधार बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश (यूपी) तथा बिहार के अनेक जिले पहले से ही विनाशकारी बाढ़ की चपेट में हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अगले पांच दिनों में कोंकण एवं गोवा, मध्य महराष्ट्र ट्रफ एक्टिव है।
पश्चिमोत्तर क्षेत्र के पर्वतीय राज्यों में भी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई में बारिश ने हाहाकार मचा दिया। वहां पिछले दिनों महज 6 घंटे के अंदर 30 से०मी० बारिश हो गई।
इसके बाद भी वर्षा का दौर जारी रहा। कोलाबा में 16 से०मी० तथा सांताक्रूज में 15 से०मी० वर्षा हुई। चालू सप्ताह के पहले दिन मुम्बई में जो वर्षा हुई वह 26 जुलाई 2005 को हुई बारिश 94.4 से०मी० के बाद दूसरी सबसे बढ़ी बारिश रही।
9 जुलाई को मध्यवर्ती महाराष्ट्र में सामान्य औसत से 55 प्रतिशत तथा समूचे राज्य में 86 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। इससे कुछ इलाकों में खेत जल मग्न हो गए हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर भी 1 जून से 9 जुलाई के दौरान मानसून की बारिश सामान्य औसत से 1 प्रतिशत अधिक हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार यानी 13 जुलाई तक कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र एवं तटीय कर्नाटक में भारी वर्षा हो सकती है जबकि मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश, यानम, गुजरात,
उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, सौराष्ट्र एवं कच्छ, तेलंगाना, केरल माही तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में अगले तीन चार दिनों में बारिश होने की उम्मीद है।
मौसम विभाग के अनुसार गुजरात, तटीय कर्नाटक एवं गोवा में अत्यंत जोरदार वर्षा होने की संभावना है। इसी तरह मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर,
हरियाणा पंजाब एवं राजस्थान में 10 से 13 जुलाई के बीच कहीं भारी तो कहीं अत्यन्त भारी वर्षा होने का अनुमान है विदर्भ छत्तीसगढ़ एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी जोरदार बारिश हो सकती है।