📊 देखें कैसे शीर्ष निवेशक अपने पोर्टफोलियो का निर्माण करते हैंविचारों का अन्वेषण करें

खाद्य पदार्थों के ऊंचे दाम के बीच मसालों की कीमतों में थोड़ी नरमी

प्रकाशित 16/07/2024, 09:03 pm
खाद्य पदार्थों के ऊंचे दाम के बीच मसालों की कीमतों में थोड़ी नरमी
NTMc1
-

iGrain India - नई दिल्ली (भारती एग्री एप्प)। ऐसे समय में, जब अनाज, दाल एवं सब्जी जैसे आयातक खाद्य उत्पादों के दाम में तेजी-मजबूती का माहौल बना हुआ है तब मसालों की कीमतों में आई थोड़ी गिरावट से आम उपभोक्ताओं को मामूली राहत मिलने की उम्मीद है।

पिछले दो महीनों के दौरान धनिया, लालमिर्च, जीरा एवं हल्दी जैसे महत्वपूर्ण मसालों के दाम में 2 से 10 प्रतिशत तक की गिरावट आ चुकी है।

अत्यन्त ऊंचे दाम को देखते हुए यह गिरावट मामूली प्रतीत होती है मगर इस पर संतोष किया जा सकता है कि अन्य खाद्य पदार्थों की तर्ज पर इसका भाव तेज नहीं हुआ। 

व्यापार विश्लेषकों के अनुसार मसालों का भाव पहले ही बढ़कर काफी ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था जिससे इसकी घरेलू एवं निर्यात मांग प्रभावित होने लगी।

दिलचस्प तथ्य यह है कि देश में उपरोक्त चारों मसालों का अच्छा खासा स्टॉक मौजूद है लेकिन फिर भी कीमतों में तेजी-मजबूती का माहौल बना हुआ था क्योंकि उत्पादक एवं स्टॉकिस्ट नीचे दाम पर अपना माल बेचने के इच्छुक नहीं थे।

अंततः जब इसकी मांग कमजोर पड़ने लगी तब कीमतों में भी थोड़ी नरमी आ गई। इसके अलावा प्रमुख उत्पादक राज्यों में मानसून की अच्छी वर्षा होने से लालमिर्च एवं हल्दी की बिजाई में बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद की जा रही है।

 लालमिर्च तथा हल्दी के प्रमुख उत्पादक राज्यों में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, उड़ीसा, मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश आदि शामिल हैं।

इन सभी प्रांतों में इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून की अच्छी बारिश हो रही है। जहां तक जीरा और धनिया की बात है तो इसकी बिजाई रबी सीजन में अक्टूबर-नवम्बर के दौरान होती है।

गुजरात और राजस्थान इसके प्रमुख उत्पादक राज्य हैं जबकि धनिया का उत्पादन मध्य प्रदेश में भी बड़े पैमाने पर होता है। 

वैसे कालीमिर्च एवं छोटी इलयाची सहित कुछ अन्य मसालों के दाम में नरमी के बजाए कुछ तेजी ही देखी जा रही है। जब अगले महीने से त्यौहारी सीजन आरंभ होगा तब मसालों की घरेलू मांग एवं खपत में बढ़ोत्तरी की संभावना बन सकती है।  

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित