iGrain India - सस्काटून । कनाडा के सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक प्रान्त- सस्कैचवान में दलहनी फसलों को पी एफिड्स नामक कीट के प्रकोप से गंभीर खतरा पैदा होने की आशंका है।
पहले यह कीट अल्फ़ा अल्फ़ा घास पर आघात कर रहा था मगर विभिन्न दलहन फसलों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। मालूम हो कि सस्कैचवान कनाडा में मसूर और मटर का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातकतक प्रान्त है।
हालांकि इस बार वहां मौसम एवं वर्षा की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है जिससे दलहनों के उत्पादन में बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद की जा रही है लेकिन यदि कीडों-रोगों एक घातक प्रकोप बरकरार रहा तो फसल को काफी नुकसान हो सकता है।
अमरीका के कुछ भागों में भी इसका प्रकोप देखा जा रहा है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार पी एफिड्स कीट का प्रकोप मध्य जून में ही शुरू हो गया जो अब बढ़ने हुए दलहन फसलों तक पहुंच गया है।
यदि जल्दी से जल्दी इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है क्योंकि इस कीट की आबादी बड़ी तेजी से फैलती है।
यह कीट इतना घातक होता है कि एक बार यह दलहन के पौधे में घुस जाए तो उसके विभिन्न अंगों को खा जाता है। मटर, मसूर, फाबा बीन्स, काबुली चना सूखी बीन्स की फसल पर इसका प्रकोप तेजी से फैलता है।
शुरूआती दौर में यह कीट मसूर एवं मटर की फसल को क्षतिग्रस्त करता है और उसके बाद अन्य दलहनों पर आघात करता है।
आमतौर पर कनाडा में शीतकाल के दौरान सी एफिट्स रोग का प्रकोप नहीं या नगण्य होता है मगर उसके बाद अमरीका के मिडवेस्ट क्षेत्र से यह कनाडा पहुंचता है और फिर दलहन फसलों को नुकसान पहुंचाता है।
सस्कैचवान में मसूर एवं मटर की फसल काफी विकसित अवस्था में पहुंच गई है और अगले महीने से कुछ इलाकों में इसकी अगैती बिजाई वाली फसल की कटाई-तैयारी आरंभ होने वाली है।
ऐसी स्थिति में फसल के नुकसान होने से किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है। कृषि विभाग इस कीट को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहा है।