iGrain India - कैनबरा । सरकारी संस्था- अबारेस ने चालू वर्ष के दौरान ऑस्ट्रेलिया में मसूर का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष की तुलना में 4 प्रतिशत बढ़कर 8.85 लाख हेक्टेयर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है लेकिन इसका कुल उत्पादन 16 लाख टन होने की संभावना व्यक्त की है जो पिछले साल के लगभग बराबर ही है।
दो प्रमुख मसूर उत्पादक राज्यों- विक्टोरिया एवं साउथ ऑस्ट्रेलिया में जून माह के दौरान हुई अच्छी बारिश से फसल की हालत काफी सुधर गई।
लेकिन कुछ क्षेत्रों में बीज में अंकुरण सामान्य समय के बाद ही हो सका। साउथ ऑस्ट्रेलिया प्रान्त के दक्षिण- पूर्वी भाग में भारी बारिश होने से सूखे का संकट समाप्त हो गया और मर्रे-माली क्षेत्र में कम वर्षा होने के बावजूद फसल की स्थिति बेहतर देखी जा रही है।
उपज दर के लिए अगस्त में अच्छी बारिश की जरूरत पड़ेगी क्योंकि तब मौसम में गर्मी बढ़नी शुरू हो जाएगी। साउथ ऑस्ट्रेलिया प्रान्त के प्राथमिक उद्योग विभाग (पिरसा) की नवीनतम रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य में मसूर का बिजाई क्षेत्र बढ़कर 3.32 लाख हेक्टेयर से ऊपर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है
जबकि इस महत्वपूर्ण दलहन का कुल उत्पादन 2023 की तुलना में 41 प्रतिशत उछलकर 5.11 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है।
लेकिन इसके लिए अगस्त सितम्बर में मौसम का अनुकूल रहना आवश्यक है। 2023-24 के मार्केटिंग सीजन में ऑस्ट्रेलिया से 10 लाख टन से अधिक मसूर का निर्यात हो चुका है।
प्रति माह औसतन एक लाख टन का शिपमेंट हो रहा है। अक्टूबर तक कुल निर्यात 15 लाख टन पर पहुंच सकता है जिससे चालू मार्केटंग सीजन के अंत में वहां महज 50 हजार टन मसूर का अधिशेष स्टॉक बच जाएगा।
पिछले एक माह के दौरान ऑस्ट्रेलिया में मसूर के दाम में 100 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (66 अमरीकी डॉलर) प्रति टन की गिरावट आ गई क्योंकि पुराने माल की खरीद ठीक ढंग से नहीं हो रही है
और अगली फसल का परिदृश्य बेहतर नजर आ रहा है। कनाडा में भी फसल की हालत अच्छी है। मोटे माल का भाव फिलहाल 980-990 डॉलर (ऑस्ट्रेलियाई) प्रति टन के करीब बताया जा रहा है।