iGrain India - तिरुअनन्तपुरम । ला नीना मौसम चक्र का सहारा नहीं मिलने के बावजूद दक्षिण-पश्चिम मानसून अभी देश के कई भागों में सक्रिय है जिससे वहां अच्छी वर्षा हो रही है।
दक्षिण भारत के प्रायद्वीप क्षेत्र में केरल में अत्यन्त जोरदार बारिश हुई है और माहे में भी मूसलाधार वर्षा दर्ज की गई। 30 जुलाई यानी आज के लिए कर्नाटक के तटीय एवं दक्षिणी आंतरिक भाग में जारी वर्षा होने का अनुमान लगाया गया है।
इसी तरह पूर्वी भारत के विभिन्न भागों में अगले दो चार दिनों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि देश के कई राज्यों में जोरदार बारिश होने से स्थानीय स्तर पर बाढ़ एवं निचले इलाकों में जल जमाव का संकट रहेगा, सड़कों पर पानी भरने से यातायात में कठिनाई उत्पन्न होगी और शहरी क्षेत्रों में अंडरपास में पानी भर सकता है।
देश के पश्चिमोत्तर, मध्यवर्ती एवं पूर्वी राज्यों में अगले तीन-चार दिनों में होने वाली घनघोर वर्षा से मुख्य कृषि फसलों के साथ-साथ बागवानी फसलों को भी भारी क्षति होने की आशंका है।
निचले इलाकों में खरीफ फसलों के पानी में डूबने का खतरा बना रहेगा। किसानों के जल-भराव के संकट से बचने के लिए खेतों से पानी की निकासी की उचित व्यवस्था करने का सुझाव दिया गया है। बागवानी फसलों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त प्रयास करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
दरअसल जुलाई में मानसून की गतिशीलता सामान्य रही। राष्ट्रीय स्तर पर कुल मिलाकर अच्छी वर्षा हुई मगर देश के कुछ भागों में बारिश का अभाव बना रहा।
अगस्त के प्रथम सप्ताह के दौरान अनेक ऐसे क्षेत्रों में भारी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गई है जहां अब तक इसका अभाव रहा है। इसके अलावा जहां पहले ही भारी वर्षा हो चुकी है वहां भी मूसलाधार बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।