iGrain India - वैंकुवर । अफ्रीकी देश मोजाम्बिक के सबसे व्यस्त बंदरगाह- नकाला पोर्ट पर आई एक गुमनाम शिकायत के बाद हड़कंप मच गया और तमाम कारोबारी गतिविधियां ठप्प पड़ गईं। चूंकि भारत को अरहर (तुवर) का सर्वाधिक शिपमेंट इसी बंदरगाह से किया जाता है इसलिए उसके बंद होने से भारत में इसका आयात प्रभावित होने की आशंका है।
मोजाम्बिक से कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए नकाला पोर्ट को अत्यन्त महत्वपूर्ण बंदरगाह माना जाता है। वहां की अप्रत्याशित घटना भारतीय आयातकों के लिए गंभीर चिंता का कारण बन सकती है क्योंकि मोजाम्बिक में तुवर की नई फसल की कटाई का सीजन आरंभ हो गया है।
अक्सर नकाला पोर्ट पर भारी संख्या में जहाजों का आवागमन होता है। कम से कम तीन बड़े जहाज- डोरिस सेबु तथा गल्फ एक्सप्रेस पर महत्वपूर्ण कृषि उत्पादों की लोडिंग हुई थी लेकिन गुमनाम शिकायत के बाद इसे प्रस्थान करने की अनुमति नहीं मिल रही है।
इन जहाजों पर जल्दी खराब होने वाले कृषि उत्पाद लदे हुए हैं जिसमें भारी मात्रा में अरहर (तुवर) का स्टॉक भी शामिल है जिसे भारत भेजा जाना था।
समझा जाता है कि जिन जहाजों का परिचालन रोका गया है उसमें अधिकांश में तुवर की लोडिंग हुई है और इसके अधिकतर भाग को भारत के लिए भेजा जा रहा है।
इसके अलावा कई अन्य कृषि तथा खाद्य उत्पाद भी इन जहाजों में लदे हुए हैं। इससे आयातकों एवं निर्यातकों- दोनों को ही भारी कठिनाई हो रही है।
गुमनाम शिकायत (कॉल) मिलने के बाद बंदरगाह पर सघन एवं व्यापक जांच-पड़ताल आरंभ कर दी गई है। प्रत्येक कंटेनर एवं बोरियों की जांच शुरू कर दी गई है। इसमें कितना समय लगेगा यह बताना कठिन है।
बंदरगाह अधिकारियों का कहना है कि जहाजों की सुरक्षा के लिए यह जांच आवश्यक है और इसमें अनेक दिनों या सप्ताहों अथवा महीनों तक का समय लग सकता है।
इसका मतलब यह हुआ कि कम से कम चालू माह के दौरान नकाला बंदरगाह से तुवर की खेप वाले जहाजों का रवाना हुआ मुश्किल हो गया है।