iGrain India - नई दिल्ली । पिछले साल की तुलना में इस बार देश के कम से कम पांच-छह राज्यों में कपास के बिजाई क्षेत्र में गिरावट आई है जिसमें पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान के साथ-साथ गुजरात तथा महाराष्ट्र जैसे हिर्श उत्पादक प्रान्त भी शामिल हैं।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि राष्ट्रीय स्तर पर कपास का कुल उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 122.75 लाख हेक्टेयर से घटकर चालू खरीफ सीजन में 111.40 लाख हेक्टेयर रह गया। चूंकि अधिकांश उत्पादक क्षेत्रों में बिजाई की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है इसलिए अब आगे कपास के क्षेत्रफल में ज्यादा इजाफा होने की संभावना नहीं है।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार देश के सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य- गुजरात में कपास का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष 26.78 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा था जो इस बार 12 प्रतिशत घटकर 23.58 लाख हेक्टेयर रह गया।
इसी तरह महाराष्ट्र में क्षेत्रफल 41.86 लाख हेक्टेयर से गिरकर 40.78 लाख हेक्टेयर, राजस्थान में 7.90 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 5.13 लाख हेक्टेयर, हरियाणा में 6.65 लाख हेक्टेयर से घटकर 4.76 लाख हेक्टेयर, पंजाब में 2.10 लाख हेक्टेयर से गिरकर 1.00 लाख हेक्टेयर तथा तेलंगाना में 18.01 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 17.09 लाख हेक्टेयर रह गया।
आंध्र प्रदेश में भी कपास का रकबा इस बार 3.50 लाख हेक्टेयर तक पहुंच सका जो गत वर्ष 3.60 लाख हेक्टेयर रहा था। दूसरी ओर कर्नाटक में क्षेत्रफल 6.55 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 6.69 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
बिजाई क्षेत्र में भारी गिरावट जाने के साथ-साथ गुजरात एवं महाराष्ट्र जैसे राज्यों में मूसलाधार वर्षा होने एवं खेतों में पानी भर जाने से कपास की फसल को काफी नुकसान होने की खबर भी मिल रही है जिससे उत्पादन घटने की संभावना है।