iGrain India - नई दिल्ली । बिड़ला शुगर मिल्स के बीएम अग्रवाल ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय चीनी बाजार की मौजूदा अनुकूल स्थिति और 2024-25 के मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) में घरेलू उत्पादन के सकारात्मक परिदृश्य को देखते हुए चीनी के निर्यात की स्वीकृति देने का मजबूत मामला बन रहा है।
सरकार को इस सम्बन्ध में यथाशीघ्र आवश्यक निर्णय लेना चाहिए क्योंकि नया मार्केटिंग सीजन शुरू होने में अब ज्यादा देर नहीं है।
वर्तमान समय का अनुकूल माहौल भारत के चीनी निर्यातकों को वैश्विक बाजार की गतिशीलता का बेहतर फायदा उठाने के लिए अच्छा अवसर प्रदान कर सकता है।
बीएम अग्रवाल ने केन्द्र सरकार से 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में 30 लाख टन तक चीनी के व्यापारिक निर्यात की स्वीकृति देने का आग्रह करते हुए कहा है
कि इससे घरेलू बाजार में इस मीठी वस्तु की आपूर्ति एवं उपलब्धता तथा कीमत पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा जबकि मिलर्स को अपने मुद्रा-प्रवाह (तरलता) को गतिशील रखने और सही समय पर गन्ना उत्पादकों के बकाए का भुगतान सुनिश्चित करने में सहायता मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि जून 2023 से ही चीनी के व्यापारिक निर्यात पर प्रतिबंध लगा हुआ है और उद्योग के बार-बार आग्रह करने के बावजूद सरकार इसे हटाने का प्रयास नहीं नहीं कर रही है।
इस्मा ने आंकड़ों के हवाला देकर सरकार को समझाने की कोशिश की थी मगर बात अभी तक बनी नहीं है। उद्योग समीक्षक भी मानते हैं कि 30 लाख टन तक चीनी का निर्यात होने पर घरेलू बाजार पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि यह अधिशेष स्टॉक है। अक्टूबर 2024 से नया मार्केटिंग सीजन आरंभ हो जाएगा।
चीनी की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति सुगम बनी हुई है और आगे भी इसमें कोई समस्या उत्पन्न नहीं होने वाली है।