iGrain India - कैनबरा । बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी होने तथा मौसम की हालत अनुकूल रहने से ऑस्ट्रेलिया में गेहूं का शानदार उत्पादन होने के आसार हैं।
सरकारी एजेंसी- अबारेस ने 2023-24 के मुकाबले 2024-25 सीजन के दौरान देश में गेहूं का कुल उत्पादन 23 प्रतिशत की भारी बढ़ोत्तरी के साथ 318 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया है जो दसवर्षीय औसत उत्पादन से भी 20 प्रतिशत ज्यादा है।
इसी तरह अबारेस ने समीक्षाधीन अवधि के दौरान जौ का उत्पादन भी 13 प्रतिशत बढ़कर 123 लाख टन पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की है लेकिन कैनोला का उत्पादन 8 प्रतिशत गिरकर 55 लाख टन पर अटकने का अनुमान लगाया है। इसके बिजाई क्षेत्र में कमी आ गई थी।
दलहन फसलों के संवर्ग में अबारेस ने 2023-24 की तुलना में 2024-25 सीजन के दौरान मसूर का उत्पादन 7 प्रतिशत बढ़कर 17 लाख टन पर पहुंचने की उम्मीद व्यक्त की है जो 10 वर्षीय औसत उत्पादन से दोगुने से भी ज्यादा है।
हालांकि इस बार मसूर की उपज दर कुछ कमजोर रहने की संभावना है लेकिन बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी होने से कुल उत्पादन में इजाफा हो जाएगा।
अबारेस ने ऑस्ट्रेलिया में चना (मुख्यत: देसी) का उत्पादन 171 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि के साथ 13 लाख टन की ऊंचाई पर पहुंचने का अनुमान लगाया है जो 10 वर्षीय औसत उत्पादन से भी 70 प्रतिशत ज्यादा है।
एक तो चना के क्षेत्रफल में अच्छी वृद्धि हुई है और दूसरे न्यू साउथ वेल्स एवं क्वींसलैंड प्रान्त में इसकी औसत उत्पादकता दर ऊंची रहने की उम्मीद है।
यदि यह अनुमान सच साबित हुआ तो इस बार ऑस्ट्रेलिया में चना का उत्पादन बढ़कर अब तक के दूसरे सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच जाएगा।
मध्य अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया में दलहन फसलों की कटाई-तैयारी आरंभ होगी और उसके बाद भारत सहित अन्य देशों में इसका निर्यात शुरू हो जाएगा। भारत को चना की सख्त जरूरत है और ऑस्ट्रेलिया इस बार अच्छी आपूर्ति करने की स्थिति में होगा।