iGrain India - नई दिल्ली । घरेलू बाजार में दाल-दल्हन की आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने तथा कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने दिसम्बर 2023 में पीली मटर तथा मई 2024 में देसी चना के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति प्रदान की थी।
इसकी अंतिम समय सीमा फिलहाल 31 अक्टूबर 2024 तक नियत की गई है जिसे आगे बढ़ाए जाने की संभावना है।
आई ग्रेन इंडिया के डायरेक्टर राहुल चौहान द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि दिसम्बर 2023 से जुलाई 2024 के आठ महीनों के दौरान देश में पीली मटर का आयात बढ़कर 20.75 लाख टन से ऊपर पहुंच गया जबकि दिसम्बर 2023 से पूर्व इसका आयात बंद था।
इसी तरह अप्रैल-जुलाई 2024 के चार महीनों में भारत ने करीब 65,507 टन देसी चना मंगवाया जो वर्ष 2023 के इन्हीं महीनों के आयात 1341 टन से बहुत अधिक रहा।
उल्लेखनीय है कि मई 2024 से पहले देसी चना पर 66 प्रतिशत का भारी-भरकम आयात शुल्क लगा हुआ था इसलिए इसकी अत्यन्त सीमित मात्रा का आयात हो रहा था।
इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन्स एसोसिएशन (आईपीजीए) के अनुसार 31 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान कुछ मंडियों में लिवाली कम होने तथा सस्ता विकल्प मौजूद रहने से चना के दाम में थोड़ी नरमी आई मगर अन्य मंडियों में भाव ऊंचे स्तर पर मजबूत बना रहा क्योंकि आगे भाव और भी बढ़ने की उम्मीद से विक्रेताओं ने अपने स्टॉक को रोकने का प्रयास किया।
पीली मटर का अच्छा स्टॉक अभी मौजूद है जो चना की कीमतों पर दबाव डाल सकता है। त्यौहारी मांग पूरा होने के बाद चना का भाव स्थिर या कुल नरम होने की संभावना है। उधर ऑस्ट्रेलिया में चना का शानदार उत्पादन होने के आसार हैं इसलिए वहां से अक्टूबर-नवम्बर से इसका विशाल आयात शुरू हो सकता है।