iGrain India - ब्रिसबेन । बिजाई क्षेत्र में हुई बढ़ोत्तरी एवं अनुकूल मौसम के कारण उपज दर में होने वाली वृद्धि के आधार पर ऑस्ट्रेलिया में 2024-25 सीजन के दौरान चना का उत्पादन तेजी से बढ़कर पिछले एक दशक के शीर्ष स्तर पर पहुंच जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
सरकारी एजेंसी ऑस्ट्रेलियन ब्यूरो ऑफ एग्रीकल्चरल एंड रिसोर्स इकोनॉमिक्स (अबारेस) की नई रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024-25 सीजन के दौरान देश में चना का बिजाई क्षेत्र बढ़कर 19 लाख एकड़ पर पहुंच गया जबकि इसका कुल उत्पादन उछलकर 13.33 लाख टन पर पहुंच जाने की उम्मीद है
जो दस वर्षीय औसत उत्पादन से 70 प्रतिशत ज्यादा है। यह बिजाई क्षेत्र 2017-18 के बाद सबसे बड़ा और यह अनुमानित उत्पादन 2016-17 सीजन के बाद सबसे ऊंचा है।
2023-24 सीजन के दौरान ऑस्ट्रेलिया में 10.11 लाख एकड़ में चना की खेती हुई थी और इसका उत्पादन 4.91 लाख टन तक ही पहुंचा था।
अबारेस की रिपोर्ट के अनुसार चालू वर्ष के दौरन न्यू साउथ वेल्स एवं क्वींसलैंड - दोनों प्रमुख उत्पादक राज्यों में चना की उपज दर ऊंची रहने की संभावना है जिससे उत्पादकों को बेहतर वापसी हासिल हो सकती है।
चना की भांति ऑस्ट्रेलिया में इस बार मसूर के उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी होने के आसार हैं। अबारेस के मुताबिक मसूर का बिजाई क्षेत्र बढ़कर 22.91 लाख एकड़ पर पहुंच गया जबकि इसका उत्पादन सुधरकर 16.85 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है।
हालांकि पिछले साल की तुलना में चालू वर्ष के दौरान मसूर की औसत उत्पादकता दर में कुछ गिरावट आने की संभावना है लेकिन क्षेत्रफल बढ़ने से कुल उत्पादन में सुधार आने के आसार हैं।
चालू सीजन का अनुमानित उत्पादन दस वर्षीय औसत के दोगुने से ज्यादा है। अबारेस के अनुसार 2023-24 के सीजन में मसूर का बिजाई क्षेत्र 19.52 लाख एकड़ रहा था जबकि इसका कुल उत्पादन 15.68 लाख टन दर्ज किया गया था।