iGrain India - सस्काटून । हालांकि सरकारी एजेंसी- स्टैट्स कैन ने कनाडा में मसूर का कुल उत्पादन 2023-24 सीजन के 16.70 लाख टन से उछलकर 2024-25 के वर्तमान सीजन में 25 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया है लेकिन एक अग्रणी बाजार विश्लेषक का मानना है कि वास्तविक उत्पादन इससे 1.00-1.50 लाख टन कम होगा और यह पूरी गिरावट लाल मसूर के उत्पादन में होगी। हरी मसूर का उत्पादन कमोबेश स्टैट्स कैन के अनुमान के अनुरूप ही होगा।
विश्लेषक के मुताबिक 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान दोनों किस्मों की मसूर का बाजार अलग-अलग दिशा में जा सकता है।
इसके तहत हरी मसूर का भाव ऊंचा एवं तेज रहने की संभावना है जबकि लाल मसूर के बाजार में नरमी का माहौल रह सकता है।
दरअसल पिछले पांच वर्षों में इस बार लाल मसूर की वैश्विक आपूर्ति सबसे अधिक होने की संभावना है। दूसरी ओर हरी मसूर की उपलब्धता सामान्य स्तर पर रहेगी।
विश्लेषकों के मुताबिक कनाडा में इस बार 20-25 बुशेल प्रति एकड़ की औसत उपज दर के साथ 15-16 लाख टन लाल मसूर का उत्पादन हो सकता है।
सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- सस्कैचवान के कृषि विभाग ने राज्य में औसत उपज दर 1317 पौंड प्रति एकड़ रहने का अनुमान लगाया है जो करीब 22 बुशेल प्रति एकड़ के समतुल्य है।
तुर्की और भारत कनाडाई लाल मसूर के दो प्रमुख खरीदार हैं। तुर्की इस बार दिसम्बर-जनवरी तक रूस और कजाकिस्तान से मसूर के निर्यात पर निर्भर रहेगा और उसके बाद कनाडा के बाजर में सक्रिय होगा।
रूस तथा कजाकिस्तान में 3-4 लाख टन लाल मसूर तथा 1.00-1.50 लाख टन हरी मसूर का उत्पादन होने का अनुमान है।
जहां तक भारत का सवाल है तो सरकारी गोदामों में लगभग 7-8 लाख टन लाल मसूर का विशाल स्टॉक मौजूद है जबकि व्यापारियों तथा स्टॉकिस्टों के पास भी 2.00-2.50 लाख टन का स्टॉक उपलब्ध है।
भारत में करीब 22 लाख टन मसूर की वार्षिक खपत होती है इसलिए वर्तमान समय में उपलब्ध स्टॉक करीब छह माह की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
ऑस्ट्रेलिया में 17 लाख टन मसूर के उत्पादन का सरकारी अनुमान लगाया गया है जबकि उद्योग-व्यापार क्षेत्र ने लगभग 15 लाख टन के उत्पादन की संभावना व्यक्त की है।