iGrain India - सस्काटून । कनाडा के सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक प्रान्त- सस्कैचवान में मौसम साफ होने से किसानों को विभिन्न फसलों की कटाई-तैयारी की गति बढ़ाने का अच्छा अवसर मिल रहा है।
इसके तहत खासकर शीतकालीन गेहूं, राई, मसूर तथा मटर जैसी फसलों की 90 प्रतिशत से अधिक कटाई-तैयारी पूरी हो चुकी है
जबकि अन्य फसलों- ड्यूरम गेहूं, वसंतकालीन गेहूं, सरसों, जौ, काबुली चना, जई, अलसी, कैनोला तथा सोयाबीन आदि की कटाई भी अब जोर पकड़ने लगी है।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 2 सितम्बर 2024 वाले सप्ताह तक सस्कैचवान में शीतकालीन गेहूं की 93 प्रतिशत, ड्यूरम गेहूं की 63 प्रतिशत तथा वसंतकालीन गेहूं की 28 प्रतिशत फसल काटी जा चुकी थी।
इसी अवधि में वहां 94 प्रतिशत क्षेत्र में राई, 82 प्रतिशत में ट्रिटीकेल, 52 प्रतिशत में जौ तथा 32 प्रतिशत क्षेत्र में जई फसल की कटाई पूरी हो चुकी थी।
जहां तक दलहन फसलों का सवाल है तो समीक्षाधीन अवधि के दौरान सस्कैचवान प्रान्त में मसूर की 92 प्रतिशत, मटर की 90 प्रतिशत तथा चना की 45 प्रतिशत फसल की कटाई समाप्त हो गई थी।
तिलहन फसलों में सरसों की कटाई 63 प्रतिशत में, कैनोला की 16 प्रतिशत में, सोयाबीन की 14 प्रतिशत में तथा अलसी की कटाई 8 प्रतिशत क्षेत्र में पूरी हुई थी।
सस्कैचवान से गेहूं, कैनोला, मसूर, मटर तथा सोयाबीन आदि का बड़े पैमाने पर निर्यात किया जाता है। भारत में कनाडा से मुख्यत: मसूर एवं मटर का आयात हो रहा है।