iGrain India - कराची । यूरोपीय संघ में पाकिस्तान से आयातित ऑर्गेनिक बासमती चावल की खेप में जीएम चावल की उपस्थिति पाई गई है और इसमें शक की सूई चीन की तरफ इशारा कर रही है।
आंकड़ों से पता चलता है कि चीन ने पाकिस्तान को 14 हजार टन हाइब्रिड धान के बीज का निर्यात किया है और संदेह किया जा रहा है कि इस धान से निर्मित चावल को आर्गेनिक बासमती चावल में मिलाकर उसे यूरोपीय संघ को निर्यात किया गया।
आर्गेनिक बासमती चावल की खेप में जीएम चावल की मौजूदगी ने आयातक देशों में खतरे की घंटी बजा दी है और पाकिस्तान में चावल की क्वालिटी की गारंटी सुनिश्चित करने वाली प्रणाली पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है। भविष्य में पाकिस्तानी चावल के निर्यात के लिए यह मामला काफी घातक साबित हो सकता है।
चावल पाकिस्तान में दूसरा सबसे महत्वपर्ण खाद्यान्न माना जाता है और वहां से भारी मात्रा में इसका निर्यात दुनिया के विभिन्न देशों में होता है।
इसमें यूरोपीय संघ के सदस्य देश भी शामिल हैं जहां अब पाकिस्तान से आयातित चावल की क्वालिटी पर गहरी नजर रखी जा रही है।
कुछ प्रभावशाली व्यापारियों उद्यमियों के दबाव में आकर पाकिस्तान सरकार ने दिसम्बर 2023 में विभिन्न फसलों के जीएमओ तथा हाइब्रिड बीजों का आयात और इस्तेमाल करने की मंजूरी दी थी।
इससे वहां कृषि उत्पादन में तो बढ़ोत्तरी हुई मगर निर्यात पर खतरा उत्पन्न हो गया। चीन से हाइब्रिड सीड का आयात होने के बाद पाकिस्तान में चावल का उत्पादन बढ़ रहा है। लेकिन वैश्विक बाजार में अपनी विश्वसनीयता कायम रखने में उसे परेशानी हो सकती है।