iGrain India - नई दिल्ली। केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय द्वारा 13 सितम्बर को एक सर्कुलर जारी करके बासमती चावल के लिए निर्धारित न्यूतनम निर्यात मूल्य (मेप) को समाप्त करने की घोषणा किए जाने के बाद प्रमुख निर्यातक कंपनियों के शेयर मूल्य में भारी उछाल देखा जा रहा है।
इन कंपनियों में 'के आर बी एल लिमिटेड' भी शामिल है जिसका शेयर मूल्य पिछले दिन 7.7 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 327.5 रुपए पर पहुंच गया।
इसके आलावा एलटी फूड्स लिमिटेड, जीआरएम ओवरसीज लिमिटेड तथा कोहिनूर फूड्स लि० जैसी कंपनियों के शेयर मूल्य भी बढ़ गए।
उल्लेखनीय है कि 100 प्रतिशत टूटे चावल तथा गैर बासमती सफेद चावल के व्यापारिक निर्यात पर प्रतिबंध लागू होने तथा गैर बासमती सेला चावल पर 20 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाए जाने और बासमती चावल के लिए ऊंचे स्तर पर न्यूनतम निर्यात मूल्य निर्धारित किए जाने के बावजूद भारत दुनिया में चावल का सबसे प्रमुख निर्यातक देश बना हुआ है।
वैसे चावल का कुल निर्यात वित्त वर्ष 2022-23 के 222 लाख टन से घटकर 2023-24 में 157 लाख टन पर अटक गया।
निर्यात नियंत्रण एवं सीमा शुल्क तो अब भी लागू है मगर बासमती चावल का मेप खत्म कर दिया गया है। यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।
ध्यान देने की बात है कि सरकार ने अगस्त 2023 में बासमती चावल के लिए 1200 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य निर्धारित किया था जिसे अक्टूबर 2025 में घटाकर 950 डॉलर प्रति टन नियत कर दिया।
निर्यातकों की जोरदार मांग एवं बासमती धान के उत्पादकों के हितों को देखते हुए सरकार ने अब मेप को वापस के लिया है। इससे निर्यातक कंपनियों को बासमती चावल का निर्यात बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
वैसे वाणिज्य मंत्रालय ने अपने अधीनस्थ निकाय-एपीडा को पूरी स्थिति पर गहरी नजर रखने और पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने का निर्देश दिया है ताकि निर्यातक गैर व्यावहारिक मूल्य पर इसका निर्यात अनुबंध न कर सके।