🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

कई राज्यों में मानसून की सक्रियता से भारी वर्षा का दौर जारी

प्रकाशित 18/09/2024, 05:31 pm
कई राज्यों में मानसून की सक्रियता से भारी वर्षा का दौर जारी

iGrain India - नई दिल्ली । संशोधित तिथि के अनुरूप दक्षिण-पश्चिम मानसून को कल यानी 17 सितम्बर से ही भारत से अपनी विदाई की यात्रा शुरू करनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और निकट भविष्य में इसके प्रस्थान करने की  संभावना बहुत कम है।

इसके विपरीत देश के कई राज्यों में मानसून की सक्रियता जारी रहने से भारी बारिश हो रही है जिससे खरीफ फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ती जा रही है।

मौसम विभाग ने सितम्बर में राष्ट्रीय स्तर पर सामान्य औसत से 9 प्रतिशत अधिक बारिश होने का अनुमान लगाया है जो सच साबित हो सकता है क्योंकि पहले पखवाड़े में 16 प्रतिशत अधिशेष वर्षा दर्ज की गई। 

उत्तर प्रदेश, दिल्ली एवं हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर जारी है जबकि मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक एवं केरल जैसे राज्यों में भी मूसलाधार वर्षा होने की संभावना है।

इससे खासकर निचले इलाकों में जल भराव का संकट बढ़ जाएगा। जिन क्षेत्रों में पहले से ही पानी भरा हुआ है वहां फसलों के लिए गंभीर मुसीबत खड़ी हो सकती है। 

अनेक क्षेत्रों में अगैती बिजाई वाली खरीफ फसलें पकने लगी हैं या उसमें दाने लगने लगे हैं। इस मानसूनी वर्षा से उसे नुकसान होने की आशंका हैं या उसमें दाने लगने लगे हैं।

इस मानसूनी वर्षा से उसे नुकसान होने की आशंका है। दलहन तिलहन फसलों की उपज दर के साथ-साथ क्वालिटी भी प्रभावित हो सकती है। इसी तरह कपास की फसल पर असर पड़ेगा।

राजस्थान में वर्षा से मूंग तथा कपास को ज्यादा क्षति हो सकती है। मध्य प्रदेश में उड़द की फसल पर खतरा मंडरा रहा है जबकि सोयाबीन की फसल भी प्रभावित होने की संभावना है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धान के पौधों में दाने आ गए हैं और अगले महीने से फसल की कटाई-तैयारी शुरू होने वाली है। यही स्थिति पंजाब तथा हरियाणा की भी है।

मानसून की अधिशेष वर्षा जुलाई-अगस्त में खरीफ फसलों के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं मानी गई क्योंकि उस समय फसल प्रगति के चरण में थी।

जहां भारी वर्षा, बाढ़ एवं जल जमाव का प्रकोप रहा वहां फसलों को कुछ नुकसान हुआ जबकि शेष क्षेत्रों में स्थिति बेहतर रही मगर सितम्बर के दूसरे हाफ की भारी वर्षा नुकसान दायक साबित हो सकती है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित