iGrain India - नई दिल्ली । साउथ एशिया फ्रेड ट्रेड एग्रीमेंट यानी दक्षिण एशिया मुक्त व्यापार संधि (साफ्टा) के तहत उत्तरी पड़ोसी देश नेपाल से एक बार फिर रिफाइंड श्रेणी के सोयाबीन तेल तथा पाम तेल का कारोबार आरंभ हो गया है।
भारत में रिफाइंड खाद्य तेलों पर आयात शुल्क में 20 प्रतिशत की भारी बढ़ोत्तरी किए जाने के बाद आयातकों का रुझान नेपाल से शून्य शुल्क पर खाद्य तेल मंगाने की ओर बढ़ रहा है।
उद्योग विश्लेषकों के अनुसार इसके दो पहलू हैं। पहला भाग तो यह है कि नेपाल की व्यापारी सीधे प्रमुख निर्यातक देशों से इसका आयात करके उसे भारत में पुनर्निर्यात करें और दूसरा पक्ष यह है कि नेपाली व्यापारियों के नाम पर भारतीय आयातक इसे विदेशों से मंगाए।
दरअसल नेपाल में कहीं से भी खाद्य तेल मांगने पर कोई शुल्क नहीं लगता है इसलिए वहां आयात सस्ता पड़ता है और फिर नेपाल से भारत में खाद्य तेलों का आयात शुल्क मुक्त रहता है।
इस तरह यहां नेपाल के रास्ते मंगाया जाने वाला रिफाइंड खाद्य तेल अपेक्षाकृत सस्ता होता है और इसे घरेलू बाजार में आसानी से बेचा जा सकता है।
लेकिन साफ्टा संधि में एक ऐसा प्रावधान है जिसके सहारे नेपाल से रिफाइंड खाद्य तेलों के विशाल आयात को नियंत्रित किया जा सकता है।
इस प्रावधान के तहत भारत में आयात होने वाले रिफाइंड खाद्य तेल का उत्पादन नेपाल में होना आवश्यक है जबकि वहां अत्यन्त सीमित मात्रा में इसका उत्पादन होता है।
स्वदेशी रिफाइनिंग उद्योग ने सरकार से इस प्रावधान को कड़ाई से लागू करके आयात को नियंत्रित करने का आग्रह किया है।