🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

खरीफ फसलों का हाल

प्रकाशित 21/09/2024, 05:07 pm
खरीफ फसलों का हाल

iGrain India - आमतौर पर बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी होने तथा मानसून की अधिशेष बारिश होने के आधार पर इस बार खरीफ फसलों और खासकर धान (चावल), दलहन तथा मक्का का उत्पादन पिछले साल से बेहतर होने का अनुमान लगाया जा रहा है लेकिन कपास की पैदावार में गिरावट आने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

कुल मिलाकर तिलहन फसलों तथा गन्ना के क्षेत्रफल में भी इजाफा हुआ है मगर इसके उत्पादन में ज्यादा वृद्धि होने में संदेह है। कपास की बिजाई में भारी गिरावट आई है।

इसी तरह उड़द, बाजरा, तिल, अरंडी एवं मोठ का रकबा भी गत वर्ष से पीछे रह गया। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने खरीफ फसलों के बारे में जो आंकलन किया है उससे खासकर चावल (धान) एवं मक्का के उत्पादन में शानदार बढ़ोत्तरी होने का पता चलता है।

अभी यह तस्वीर पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाई है कि भारी वर्षा, जल भराव एवं बाढ़ से खरीफ फसलों को कितना नुकसान हुआ है और सकल राष्ट्रीय उत्पादन पर इसका कितना असर पड़ेगा।

लेकिन जिन इलाकों में इन प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप नहीं या नगण्य रहा वहां फसलों की हालत उत्साहवर्धक बताई जा रही है।

आधिकारिक आंकड़ों से ज्ञात होता है कि धान का उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष से 4 प्रतिशत बढ़कर इस बार 410 लाख हेक्टेयर के  शीर्ष स्तर पर पहुंच गया जबकि दूसरी ओर कपास का बिजाई क्षेत्र 123.6 लाख हेक्टेयर से 9 प्रतिशत घटकर 112.4 लाख हेक्टेयर पर अटक गया। 

एक खास बात यह है कि विभिन्न फसलों का गैर व्यावहारिक या अतिश्योक्तिपूर्ण उत्पादन अनुमान लगाने के लिए अक्सर कृषि मंत्रालय की आलोचन होती रही है और उद्योग-व्यापार क्षेत्र उन आंकड़ों से असहमत होता रहा है इसलिए मंत्रालय ने इस बार नई पहल करते हुए सभी सम्बद्ध संघों-संगठनों,

संस्थाओं एवं सरकारी विभागों के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाकार उससे राय, सुझाव, जानकारी एवं सूचना हासिल की और उसके आधार पर खरीफ फसलों का उत्पादन अनुमान नियत करने का प्लान बनाया है ताकि यह वास्तविकता के अधिक निकट प्रतीत हो सके। इससे खासकर खाद्य,

उपभोक्ता मामले एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय को अपनी रणनीति बनाने तथा आगामी महीनों में नीतिगत निर्णय लेने में सुविधा होगी। वैसे मानसून की वर्षा का दौर अभी जारी रहने से खरीफ फसलों पर खतरा बरकरार है। 

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित