iGrain India - बासमती का मेप घटने से धान-चावल के दाम में बदलाव के संकेत
नई दिल्ली । केन्द्र सरकार ने बासमती चावल के लिए निर्धारित 950 डॉलर प्रति टन के न्यूनतम निर्यात मूल्य (मेप) को वापस ले लिया है जिससे धान-चावल के बाजार भाव में कुछ बदलाव होने के आसार हैं। खरीफ कालीन धान की कटाई-तैयारी अगले महीने से शुरू होगी इलसिए अभी मंडियों में सामान्य श्रेणी के धान की आवक नहीं या नगण्य हो रही है। केन्द्र सरकार ने गैर बासमती सफेद (कच्चे) चावल के व्यापारिक निर्यात पर लगे प्रतिबंध में रियायत देने का संकेत दिया है। मेप के हटने से बासमती चावल के निर्यात की गति तेज हो सकती है लेकिन यदि निर्यातकों ने दाम घटाकर शिपमेंट बढ़ाने का प्रयास किया तो बासमती धान की कीमतों में ज्यादा तेजी आना मुश्किल हो जाएगा। इस बार धान-चावल का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है।
दिल्ली
12 से 18 सितम्बर वाले सप्ताह के दौरान दिल्ली की नरेला मंडी में 1509 हैण्ड धान का भाव 240 रुपए बढ़कर 2200/3050 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर कम्बाइन का दाम 100 रुपए गिरकर 2200 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। मंडी में धान की दैनिक आवक 17 सितम्बर को बढ़कर 30 हजार बोरी पर पहुंच गई जबकि पहले 20 हजार बोरी की आपूर्ति हो रही थी। नजफगढ़ मंडी में धान नहीं आया।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ की भाटापाड़ा मंडी में एचएमटी धान का दाम 100 रुपए तेज रहा। पंजाब के अमृतसर में 1509 की कीमत में 125 रुपए की वृद्धि हुई जबकि फाजिल्का में 1847 का दाम 100 रुपए नरम रहा और तरन तारण में 1509 का भाव 150 रुपए बढ़कर 2300/3135 रुपए हो गया। उत्तर प्रदेश की जहांगीराबाद में इसका दाम 250 रुपए घटकर 2450 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
चावल
जहां तक चावल का सवाल है तो अधिकांश मंडियों में इसके मूल्य में कोई खास उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया। लेकिन अमृतसर में 1121 स्टीम का भाव 300 रुपए बढ़कर 8100/8150 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा जबकि 1509 स्टीम का दाम 450 रुपए घटकर 6100/6400 रुपए पर आ गया। भारत से बासमती चावल का निर्यात वित्त वर्ष 2023-24 में उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया और चालू वित्त वर्ष में भी शिपमेंट का प्रदर्शन बेहतर चल रहा है। चालू खरीफ सीजन में बासमती का उत्पादन 15-20 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। फिलहाल मुख्यत: 1509 बासमती धान-चावल का कारोबार हो रहा है जबकि अक्टूबर से सामान्य एवं बासमती - दोनों का कारोबार जोर पकड़ने लगेगा। पंजाब हरियाणा एवं यूपी में धान की आवक जल्दी शुरू होने वाली है।