iGrain India - नई दिल्ली । हालांकि पश्चिमी राजस्थान तथा गुजरात के कच्छ संभाग से दक्षिण-पश्चिम मानसून विदा हो गया है लेकिन इसकी वापसी यात्रा के दौरान देश के अनेक राज्यों में मूसलाधार वर्षा होने की संभावना बनी हुई है।
महाराष्ट्र सहित कुछ राज्यों में अभी भारी बारिश हो रही है जबकि दक्षिणी प्रांतों एवं उत्तरी राज्यों में बारिश की संभावना बनी हुई है।
अगस्त-सितम्बर में हुई जोरदार वर्षा के कारण अनेक नदियों से बाढ़ आ गई तथा जलाशय पानी से लबालब भर गए। पूर्वोत्तर में अरुणाचल प्रदेश से लेकर पश्चिम में गोवा तक भीषण बाढ़ का तांडव अनेक राज्यों में देखा गया।
राष्ट्रीय राजस्थानी दिल्ली सहित आसपास के क्षेत्रों में धूप और बादल की आंख मिचौली चल रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम साफ होने लगा है।
लेकिन भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने देश के कई राज्यों में भारी बारिश चेतावनी जारी की है। आज (26 सितम्बर को) देश के 7 प्रांतों में मूसलाधार वर्षा होने की संभावना है।
25 सितम्बर तक बारिश का दौर बना रहा और अगले एक-दो दिन तक महाराष्ट्र (कोंकण) एवं गोवा में जोरदार वर्षा होगी। इसके अलावा मध्य प्रदेश विदर्भ संभाग में भी भारी बारिश होने की उम्मीद है।
मुम्बई तथा आसपास के इलाकों में जबरदस्त वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। यह अलर्ट कर्नाटक के तटीय तथा दक्षिणी क्षेत्र के लिए भी मान्य है। कुछ क्षेत्रों में तेज हवा और गरज-चमक के साथ साथ वर्षा होने का अनुमान लगाया गया है। आसाम तथा मेघालय में भी बारिश का दौर जारी है।
मौसम विभाग ने 27 से 30 सितम्बर के दौरान कई राज्यों में भारी वर्षा होने का अलर्ट घोषित किया है जिसमें नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, आसाम, मेघालय, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, रायल सीमा, कर्नाटक, महाराष्ट्र तथा गोवा आदि शामिल है।
इसके अलावा कोंकण तथा गुजरात के साथ मेघालय में भी आज बारिश होने का अनुमान है। गुजरात के सौराष्ट्र एवं कच्छ में भारी बारिश होने की संभावना है जबकि हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कहीं-कहीं मूसलाधार वर्षा होने के आसार हैं। इसके खरीफ फसलों को नुकसान हो सकता है।