iGrain India - नई दिल्ली । एशिया, उत्तरी अमरीका एवं दक्षिणी अमरीका महाद्वीप के विभिन्न भागों में आंधी-तूफान जोरदार बारिश एवं बाढ़ तथा सूखा एवं आगजनी जैसी घटनाओं के कारण कृषि फसलों को भारी क्षति हो रही है जिससे वैश्विक बाजार में गेहूं, चीनी एवं कॉफी सहित अन्य उत्पादों की कीमतों में तेजी-मजबूती का माहौल बना हुआ है।
ब्लूमबर्ग, एग्रीकल्चर स्पॉट इंडेक्स में मासिक स्तर पर 7 प्रतिशत से अधिक का इजाफा दर्ज किया गया। इस इंडेक्स (सूचकांक) में 9 प्रमुख उत्पाद शामिल हैं। वर्ष 2022 के आरंभ के बाद यह सूचकांक में होने वाली सबसे ज्यादा मासिक बढ़ोत्तरी है।
दरअसल ब्राजील से लेकर वियतनाम और ऑस्ट्रेलिया तक मौसम की हालत प्रतिकूल बनी हुई है जिससे खाद्यान्न तथा आगामी फसलों के साथ-साथ अन्य कृषि जिंसों का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार आपूर्ति एवं उपलब्धता की अनिश्चित स्थिति को देखते हुए आयातक देशों के खरीदार ऊंचे दाम पर भी गेहूं, चीनी एवं कॉफी आदि की खरीद करने से नहीं हिचक रहे हैं।
ध्यान देने की बात है कि चालू वर्ष के आरम्भिक महीनों में इन उत्पादों का भाव काफी हद तक स्थिर या नरम चल रहा था और इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता की कोई समस्या नहीं दिख रही थी। मगर दूसरी छमाही से हालात बदलने लगे और कृषि उत्पादों के दाम में तेजी की संभावना उत्पन्न हो गई।
ऑस्ट्रेलिया में शुष्क मौसम से उत्पादन में गिरावट की आशंका को देखते हुए सितम्बर में शिकागो एक्सचेंज में गेहूं का भाव तेज हो गया। इसी तरह काला सागर क्षेत्र में सूखे का माहौल होने से शीतकालीन फसलों की बिजाई प्रभावित होने की आशंका है।
ब्राजील अभी भयंकर सूखे की चपेट में हैं जबकि वहां सोयाबीन एवं मक्का की बिजाई का सीजन चल रहा है। शिकागो एक्सचेंज में सोयाबीन का वायदा मूल्य भी उछलकर काफी ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है।
ब्राजील में गन्ना उत्पादक क्षेत्र में भयंकर आगजनी से चीनी का उत्पादन प्रभावित होने के संकेत मिल रहे हैं। चीन, वियतनाम एवं थाईलैंड जैसे देशों में यागी तूफान की वजह से भारी वर्षा हुई और बाढ़ का गंभीर प्रकोप रहा।
उधर अमरीका में समुद्री चक्रवाती तूफान ने तांडव मचा दिया है। इसी तरह यूरोप के अनेक देश भारी वर्षा एवं बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हैं। इससे हालत और भी खराब होते जा रहे हैं।