iGrain India - चंडीगढ़ । केन्द्रीय पूल में चावल का योगदान देने वाले एक अग्रणी राज्य- हरियाणा में 27 सितम्बर 2024 से धान की सरकारी खरीद का अभियान विधिवत आरंभ हो गया।
सरकारी एजेंसियों द्वारा 1 अक्टूबर तक किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 46 हजार टन से कुछ अधिक धान खरीदा गया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार समूचे हरियाणा राज्य में 241 मंडियों (क्रय केन्द्रों) में अब तक 46 हजार टन से अधिक धान की खरीद हुई है जिससे 7500 से ज्यादा किसानों को फायदा हुआ।
1 अक्टूबर को करीब 1200 टन धान का उठाव किया गया। सरकार सही समय पर इसके मूल्य का भुगतान सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है।
किसानों के बैंक खाते में 2 करोड़ रुपए की राशि जमा की जा चुकी है। धान के साथ-साथ अब किसानों से समर्थन मूल्य पर बाजरा की सरकारी खरीद भी आरंभ हो गई है। इसके लिए 91 क्रय केन्द्र खोले गए हैं। इसकी खरीद पहले ही 25 हजार क्विंटल से ऊपर पहुंच चुकी है।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार धान की खरीद निर्बाध ढंग से हो रही है और 15 नवम्बर तक इसकी प्रक्रिया जारी रहेगी। हरियाणा सरकार अपने कृषक समुदाय के आर्थिक हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और पूरे मार्केटिंग सीजन के दौरान खरीद की प्रक्रिया बेहतर ढंग से संचालित की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने 2024-25 के खरीफ मार्केटिंग सीजन के लिए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सामान्य श्रेणी के लिए 2300 रुपए प्रति क्विंटल तथा 'ए' ग्रेड के लिए 2320 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है
जबकि बाजार का समर्थन मूल्य 2625 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया गया है। हरियाणा में इसी समर्थन मूल्य पर धान तथा बाजरा की खरीद हो रही है। आगामी दिनों में खरीद की रसफ्तार तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।