iGrain India - तिरुअनन्तपुरम । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून फिलहाल उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर, नौतनवा, मध्य प्रदेश के पन्ना, नर्मदापुरम एवं खरगौन, महाराष्ट्र के नंदूरबार एवं गुजरात के नवसारी में अटका हुआ है जबकि अगले 2-3 दिनों के दौरान यह देश के और अधिक क्षेत्रों से प्रस्थान कर जाएगा।
प्रतिगामी हवा के प्रवाह का रास्ता साफ हो जाएगा और उत्तर-पूर्व मानसून की सक्रियता बढ़ जाएगी। लक्ष्यद्वीप तथा अरब सागर के ऊपर एक कम दाब का क्षेत्र बन रहा है जिस पर गहरी नजर रखी जा रही है।
मौसम विभाग ने इस कम दाब वाले क्षेत्र का प्रवाह पश्चिमी तट से दूर उत्तरी-पश्चिमी दिशा में होने की संभावना व्यक्त की है लेकिन उसे बंगाल की खाड़ी से हवा को खींचकर सम्पूर्ण प्रायद्वीप (दक्षिण) भारत में फैलने में सहायता मिल सकती है।
इससे पूर्वी दिशा की ओर हवा का प्रवाह संभव हो सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2-3 दिनों के दौरान गुजरात के शेष भाग, मध्य प्रदेश तथा महाराष्ट्र के कई अन्य क्षेत्रों से दक्षिण-पश्चिम मानसून के प्रस्थान करने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हो गई हैं।
दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से एक सहायक ट्रफ लक्ष्यद्वीप के ऊपर एक निर्माणधीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन की ओर बढ़ रहा है जो गहरा (सघन) होकर कम दाब के क्षेत्र में बदल सकता है और दक्षिणी तमिलनाडु तथा दक्षिणी केरल में पहुंच सकता है।
इसके फलस्वरूप लक्ष्यद्वीप कर्नाटक के विभिन्न भागों, केरल-माही, तमिलनाडु, पांडिचेरी तथा कराईकल में दूर-दूर तक अच्छी वर्षा होने की संभावना है।
इसके अलावा रायलसीमा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश तथा यानम में भी कहीं-कहीं बौछार पड़ सकती है। केरल तथा माही में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की उम्मीद है। अन्य दक्षिणी राज्यों में कहीं कम या सामान्य और कहीं मूसलाधार वर्षा हो सकती है।