iGrain India - नई दिल्ली । चालू माह के दौरान देश के लगभग 70 प्रतिशत भाग में वर्षा का अभाव होने से पांच राज्यों के बांधों-जलाशयों में पानी का भंडार घटकर सामान्य स्तर से नीचे आ गया है।
केन्द्रीय जल आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह के मुकाबले चालू सप्ताह के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर जल स्तर में 1 प्रतिशत बिंदु की गिरावट आ गई।
देश के 155 प्रमुख जलाशयों में पानी की कुल भंडारण क्षमता 180.852 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) है जबकि उसमें जल का वास्तविक भंडार 157.267 बीसीएम या 87 प्रतिशत मौजूद है। यह भंडार न केवल पिछले साल से बल्कि 10 वर्षीय औसत स्तर से भी ज्यादा है। देश के उत्तरी क्षेत्र में जलस्तर घट गया जबकि शेष क्षेत्रों में यह पुराने स्तर पर स्थिर रहा।
देश के पांच राज्यों में जल स्तर सामान्य से नीचे आ गया है। इसके तहत पंजाब में 64 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश में 24 प्रतिशत, केरल और नागालैंड में 4-4 प्रतिशत तथा राजस्थान में 3 प्रतिशत कम पानी दर्ज किया गया। देश के 103 जलाशयों में 80 प्रतिशत से अधिक पानी का भंडार है जिससे रबी फसलों की सिंचाई में सुविधा मिलेगी।
मौसम विभाग के अनुसार देश के जिन 723 जिलों से आंकड़ें एकत्रित किए जाते हैं उसमें से 17 प्रतिशत जिलों में 1 अक्टूबर से अब तक कोई वर्षा नहीं हुई जबकि अन्य 57 प्रतिशत जिलों में सामान्य से कम या बहुत कम बारिश दर्ज की गई।
इसके फलस्वरूप जलाशयों में पानी का स्तर घटकर कुछ नीचे आ गया। हालांकि दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन के दौरान देश में 8 प्रतिशत अधिशेष बारिश हुई जिससे बांधों- जलाशयों में पानी का स्तर काफी बढ़ गया मगर अब बारिश का अभाव होने लगा है क्योंकि उत्तरी क्षेत्र से मानसून प्रस्थान कर चुका है।
रबी फसलों की बिजाई का अभियान जल्दी ही शुरू होने वाला है। खेतों में अभी नमी का पर्याप्त अंश मौजूद है इसलिए किसानों को फसलों की अगैती बिजाई आरंभ करने में कोई कठिनाई नहीं होगी।