iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय जल आयोग (सी डब्ल्यू सी) के नवीनतम साप्ताहिक भंडारण में कहा गया है कि देश के उत्तरी क्षेत्र के 11 जलाशयों में महज 12.742 बिलियन क्यूसेक मीटर (बीसीएम) पानी का भंडार बचा हुआ है जो इसकी कुल भंडारण क्षमता 19.836 बीसीएम का 64 प्रतिशत है।
गत वर्ष की समान अवधि में इन जलाशयों में 83 प्रतिशत क्षमता के समतुल्य पानी का सटोक उपलब्ध था। समझा जाता है कि पंजाब, हरियाणा एवं हिमाचल प्रदेश में पानी का भंडार कम बचा हुआ है जबकि वहां रबी फसलों की बिजाई जल्दी ही जोर पकड़ने की संभावना है।
दूसरी ओर देश के पूर्वी भाग में स्थित 25 जलाशयों में 20.798 बिसिम की कुल भंडारण क्षमता के सापेक्ष 17.656 बीसीएम या 85 प्रतिशत पानी का स्टॉक मौजूद है जो पिछले साल की तुलना में कुछ ज्यादा है। वहां रबी फसलों की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध रहेगा।
देश के पश्चिमी भाग की हालत अच्छी है। वहां मौजूद 50 जलाशयों में 36.107 बीसीएम पानी का भंडार उपलब्ध है जो उसकी कुल भंडारण क्षमता 37.357 बीसीएम की तुलना में 97 प्रतिशत पर स्थिर बना हुआ है।
इस क्षेत्र में मानसून सीजन के दौरान भारी वर्षा होने से बांध और जलाशय पानी से लबालब भर गए। इन 50 जलाशयों में से 28 जलाशय तो पूरी तरह (100 प्रतिशत) भरे हुए हैं जबकि शेष जलाशय में भी 90 प्रतिशत से ज्यादा पानी का भंडार है। गुजरात के जलाशय में 95 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 98 प्रतिशत तथा गोवा में 100 प्रतिशत क्षमता के समतुल्य पानी का भंडार उपलब्ध है। पिछले सप्ताह भी इसमें इतना ही पानी मौजूद था।
जहां तक मध्यवर्ती क्षेत्र का सवाल है तो वहां भी भंडारण की स्थित उत्साहवर्धक है। इस क्षेत्र के 26 जलाशयों में कुल भंडारण क्षमता के सापेक्ष 91 प्रतिशत जल का भंडार मौजूद है।
गत सप्ताह इन जलाशयों में 48,227 बीसीएम पानी का स्टॉक मौजूद था और चालू सप्ताह के दौरान भी स्टॉक का सही स्तर दर्ज किया गया। एक अग्रणी कृषि उत्पादक राज्य- मध्य प्रदेश में 96 प्रतिशत क्षमता तक पानी का भंडार है जबकि छत्तीसगढ़ में यह 91 प्रतिशत पर बरकरार है।
दक्षिणी राज्यों में 43 प्रमुख बांधों- जलाशयों में भंडारण क्षमता के सापेक्ष पानी का भंडार 86 प्रतिशत पर स्थिर बना हुआ है। वहां कुल भंडार क्षमता 54.634 बीसीएम है जबकि पानी का वास्तविक स्टॉक 47.109 बीसीएम है।
तेलंगाना के जलाशय में सर्वाधिक 99 प्रतिशत पानी का स्टॉक है। इसके बाद कनाटक में 93 प्रतिशत पानी का भंडार है। आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के संयुक्त जलाशयों में 95 प्रतिशत जल का भंडार है। तमिलनाडु एवं केरल में पानी की उपलब्धता कम है।