iGrain India - मुम्बई । महाराष्ट्र के कृषि विभाग ने 2024-25 के खरीफ सीजन की फसलों का पहला अग्रिम उत्पादन अनुमान जारी कर दिया है। 2023-24 सीजन के अंतिम समीक्षित उत्पादन की तुलना में 2024-25 के दौरान कुछ फसलों की पैदावार में बढ़ोत्तरी होने तथा कुछ अन्य फसलों के उत्पादन में गिरावट आने की संभावना व्यक्त की गई है।
कृषि विभाग के अनुसार पिछले साल के मुकाबले चालू खरीफ सीजन के दौरान महाराष्ट्र में चावल का उत्पादन 35.90 लाख टन से घटकर 34.39 लाख टन,
रागी का उत्पादन 1.13 लाख टन से गिरकर 88 हजार टन तथा अन्य अनाजों का उत्पादन 23 हजार टन से फिसलकर 17 हजार टन रह जाने की संभावना है जबकि दूसरी ओर ज्वार का उत्पादन 99 हजार टन से सुधरकर 1.23 लाख टन,
बाजरा का उत्पादन 2.13 लाख टन से बढ़कर 4.17 लाख टन तथा मक्का का उत्पादन 14.41 लाख टन से उछलकर 24.39 लाख टन पर पहुंच जाने का अनुमान है। इस तरह चावल एवं मोटे अनाजों का कुल उत्पादन गत वर्ष के 54.78 लाख टन से बढ़कर इस बार 70.24 लाख टन पर पहुंचने के आसार हैं।
दलहन फसलों का कुल उत्पादन भी पिछले साल के 12.32 लाख टन से उछलकर इस बार 16.47 लाख टन पर पहुंचने की उम्मीद है। इसके तहत तुवर का उत्पादन 10.08 लाख टन से बढ़कर 11.90 लाख टन, मूंग का उत्पादन 73 हजार टन से उछलकर 142 लाख टन,
उड़द का उत्पादन 1.03 लाख टन से उछलकर 2.40 लाख टन तथा अन्य दलहनों का उत्पादन 47 हजार टन से बढ़कर 74 हजार टन पर पहुंच जाने का अनुमान है। इस तरह चावल, मोटे अनाज एवं दलहन सहित खाद्यान्न का सकल उत्पादन 67.09 लाख टन से बढ़कर 86.71 लाख टन पर पहुंच जाने की संभावना है।
तिलहन फसलों की पैदावार भी 68.28 लाख टन से बढ़कर 75.35 लाख टन पर पहुंच जाने के अनुमान लगाया गया। इसके तहत सोयाबीन का उत्पादन 66.68 लाख टन से उछलकर 73.27 लाख टन,
मूंगफली का उत्पादन 1.56 लाख टन से बढ़कर 2.00 लाख टन तथा सूरजमुखी का उत्पादन 430 लाख टन से बढ़कर 4400 टन पर पहुंच जाने की उम्मीद है। महाराष्ट्र में नाइजरसीड एवं तिल सहित कुछ अन्य तिलहन फसलों का भी थोड़ा-बहुत उत्पादन होता है।
व्यापारिक या औद्योगिक फसलों के अंतर्गत राज्य में गन्ना का उत्पादन 11.26 करोड़ टन से घटकर 10.70 करोड़ टन पर सिमटने की संभावना है जबकि कपास का उत्पादन 89.18 लाख गांठ से उछलकर 101.40 लाख गांठ पर पहुंच जाने का अनुमान है।