iGrain India - ऊंचे दाम पर मांग कमजोर पड़ने से सरसों की कीमतों में थोड़ी नरमी नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से सरसों के दाम में तेजी-मजबूती का माहौल बना हुआ था मगर 4-10 अक्टूबर वाले सप्ताह के दौरान ऊंचे भाव पर मिलर्स एवं व्यापारियों की मांग कुछ कमजोर पड़ने से इसकी कीमतों में 50-100 रुपए प्रति क्विंटल की नरमी आ गई। 42% कंडीशन सरसों 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का भाव दिल्ली में 50 रुपये गिरकर 6700 रुपए प्रति क्विंटल तथा जयपुर में 75 रुपए घटकर 6900/6925 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। गुजरात की मंडियों में 25 रुपए तथा हरियाणा में 50 रुपए तक की नरमी रही। मध्य प्रदेश के मुरैना एवं पोरसा में सरसों का दाम 50 रुपए तेज रहा जबकि ग्वालियर में 50 रुपए नरम रहा। उत्तर प्रदेश की हापुड़ मंडी में सरसों का भाव 100 रुपए घटकर 6950 रुपए प्रति क्विंटल तथा आगरा में 75 रुपए गिरकर 7100/7650 रुपए रह गया। राजस्थान सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- राजस्थान में सरसों के दाम में ज्यादा गिरावट देखी गई। वहां गंगानगर एवं बूंदी में 200-200 रुपए प्रति क्विंटल तथा नेवाई एवं टोंक में 150-150 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई जबकि भरतपुर, अलवर एवं खैरथल में 100-105 रुपए की नरमी रही। कोटा सरसों का दाम 100 रुपए बढ़कर 6000/6600 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5650 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है जबकि थोक मंडी भाव 6000 रुपए प्रति क्विंटल से ऊपर चल रहा है। सरसों तेल सरसों का भाव नरम होने से सरसों तेल के दाम में भी 10 किलो पर 20 से 30 रुपए तक की गिरावट आ गई। दिल्ली में एक्सपेलर का मूल्य 20 रुपए गिरकर 1380 रुपए प्रति 10 किलो रह गया। एक्सपेलर के साथ-साथ कच्ची घानी सरसों तेल की कीमत भी घट गई। कच्ची घानी तेल का दाम हापुड़ में 30 रुपए एवं आगरा में 20 रुपए तथा कोटा में भी 30 रुपए प्रति 10 किलो नरम पड़ गया। आवक सरसों की आवक 4 अक्टूबर को 3.25 लाख बोरी, 5 अक्टूबर को 2.50 लाख बोरी, 7 अक्टूबर को 3.50 लाख बोरी, 8 अक्टूबर को भी 3.50 लाख बोरी, 9 अक्टूबर को 3 लाख बोरी तथा 10 अक्टूबर को 2.65 लाख बोरी दर्ज की गई। सरसों की प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है। बाजार भाव ऊंचा होने से मंडियों में सरसों की अच्छी आवक हो रही है। इसकी बिजाई का सीजन भी आरंभ हो गया है और ऊंचे दाम को देखते हुए क्षेत्रफल में कुछ बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है।