iGrain India - मुम्बई । केन्द्रीय कृषि मंत्रालय की अधीनस्थ एजेंसी- नैफेड ने कर्नाटक की मंडियों में 8682 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों से मूंग खरीदना शुरू कर दिया है
और पिछले सप्ताह तक करीब 9100 तक की खरीदारी भी हो गई। उधर राजस्थान में 18 अक्टूबर से इस महत्वपूर्ण दलहन की सरकारी खरीद शुरू होने के आसार हैं लेकिन वहां फसल कटाई से पूर्व हुई बारिश फसल को नुकसान हुआ है और दाने की क्वालिटी भी प्रभावित हुई है।
उत्पादकों द्वारा खुले बाजार (थोक मंडी) में मूंग की कम बिकवाली की जा रही है और सरकारी क्रय केन्द्रों पर अधिक माल उतारा जा रहा है। इससे कीमतों में मजबूती आने की संभावना है।
राजस्थान में मूंग की भारी आवक होने लगी है मगर किसान स्टॉक रोकने का प्रयास भी कर रहे हैं ताकि उसे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचा जा सके।
इसके अलावा कर्नाटक, महाराष्ट्र एवं उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रमुख उत्पादक राज्यों में भी मूंग नए माल की आवक आरंभ हो चुकी है। बाजार भाव औसत स्तर पर है। सरकारी खरीद जारी रहने पर कीमतों में कुछ तेजी आ सकती है। मूंग में नरमी का दौर थमने लगा है।
आगामी समय में व्यापारियों-स्टॉकिस्टों की मांग निकलने की उम्मीद है जिससे कीमतों को समर्थन मिल सकता है। हालांकि इस बार खरीफ कालीन मूंग के बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई है मगर भारी वर्षा एवं बाढ़ से फसल को क्षति भी पहुंची है।
मध्य प्रदेश की इंदौर मंडी में मूंग का भाव फिलहाल अच्छी क्वालिटी वाले माल का 8000/8200 रुपए प्रति क्विंटल, सामान्य औसत क्वालिटी का 7200/7700 रुपए प्रति क्विंटल तथा बोल्ड का 7800/8300 रुपए प्रति क्विंटल बताया जा रहा है।
जहां तक अरहर (तुवर) का सवाल है तो इसका भाव धीरे-धीरे नरम पड़ने लगा है। अफ्रीका से आयातित तुवर की उपलब्धता बढ़ने लगी है जबकि घरेलू प्रभाग में इसकी मांग कमजोर देखी जा रही है।
तुवर दाल की बिक्री कम होने से मिलर्स इसकी सीमित मात्रा में खरीद कर रहे हैं जबकि अफ्रीका से अपेक्षाकृत सस्ते दाम पर इसका आयात जारी है।
मोजाम्बिक से 15 हजार टन तुवर से लदा एक जहाज पहले ही रवाना हो चुका है और 17 अक्टूबर को मुम्बई बंदरगाह पर इसके पहुंचने की संभावना है। कर्नाटक में तुवर की नई फसल परिपक्व होने लगी है जिससे स्टॉकिस्टों ने अपने माल की बिकवाली बढ़ानी शुरू कर दी है।
अरहर के बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई है और कुल मिलाकर इसका उत्पादन बढ़ने के आसार हैं। महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में तुवर का उत्पादन गत वर्ष के 10.08 लाख टन से बढ़कर इस बार 11.90 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया है।