iGrain India - इडुक्की । बेशक पीक त्यौहारी सीजन के दौरान भी छोटी (हरी) इलायची के दाम में उम्मीद के अनुरूप बढ़ोत्तरी नहीं देखी जा रही है मगर उत्पादन में भारी गिरावट आने की आशंका को देखते हुए आगामी महीनों के दौरान इसका भाव मजबूत रहने के आसार हैं।
नए माल की तुड़ाई-तैयारी जोर पकड़ने लगी है और नीलामी केन्द्रों में आवक भी बढ़ रही है मगर इसके अनुरूप खरीदारी नहीं हो रही है पिछले सप्ताह कोच्चि में अपेक्षित एक नीलामी में 75 टन से अधिक इलायची की आवक हुई लेकिन मांग कमजोर रहने से इसका औसत मूल्य कुछ घटकर 2215.46 रुपए प्रति किलो रह गया। सितम्बर के तीसरे सप्ताह में औसत नीलामी मूल्य 2370 रुपए प्रति किलो से ऊपर पहुंच गया था।
केरल, तमिलनाडु एवं कर्नाटक में इलायची की फसल को इस बार प्रतिकूल मौसम से काफी नुकसान हुआ है जिससे इसके उत्पादन में भारी गिरावट आने की संभावना है।
जनवरी-फरवरी तक आमतौर पर नई फसल की जोरदार आवक का समय रहता है और इसके बाद आपूर्ति घटने लगती है। इस बार फसल कमजोर है इसलिए नवम्बर-दिसम्बर के बाद आपूर्ति की प्रेशर घट सकता है। निर्यात मांग भी इलायची की कीमतों को प्रभावित करेगी।
मसाला बोर्ड के आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल-जुलाई 2024 के दौरान देश से छोटी इलायची का निर्यात बढ़कर 2072 टन पर पहुंच गया जो अप्रैल-जुलाई 2023 के निर्यात 1406 टन से काफी अधिक था। इसी अवधि में इसकी निर्यात आय भी 182.15 करोड़ रुपए से उछलकर 354.61 करोड़ रुपए पर पहुंच गई।