iGrain India - तिरुअनन्तपुरम । देश के दक्षिणी राज्यों में 16-17 अक्टूबर से दूर-दूर तक भारी बारिश होने का अनुमान लगाते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे मानसून डिप्रेशन पर गहरी नजर रखना शुरू कर दिया है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून 16 अक्टूबर तक देश के स्थलीय भाग से प्रस्थान कर जाएगा और मध्य पश्चिमी अरब सागर के ऊपर चलते हुए ओमान तट के पास पहुंच जाएगा।
मौसम विभाग ने तमिलनाडु, पांडिचेरी, कराईकल, दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश तथा यानम के साथ-साथ दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में भी कुछ जगहों पर अत्यन्त भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की है जबकि अन्य इलाकों में भी भारी वर्षा होने का अनुमान लगाया है।
इससे पूर्व 14 अक्टूबर की शाम से पहले के 9 घंटों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश (कावली) तथा यानम में अत्यन्त मूसलाधार बारिश हुई जबकि नेल्लोर में सामान्य वर्षा दर्ज की गई।
अन्य क्षेत्रों में भी अलग-अलग स्तर की वर्षा हुई जिसमें तमिलनाडु, पांडिचेरी, कराईकल, यानम, तटीय आंध्र प्रदेश, केरल एवं माही आदि शामिल है।
अनेक इलाकों में आसमान पर बादल छाए हुए हैं जिससे दक्षिणी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु एवं केरल में भारी बारिश होने के आसार हैं।
जिन स्थानों पर बारिश की ज्यादा संभावना है उसमें मिरयालगुडा, कुर्नूल, बेल्लारी, शिवमोगा, नेल्लोर, अंगोला चेन्नई, अंबूर, मैसूर तथा कोझिकोड सम्मिलित है। मैसूर, बंगलौर, तिरुपति में हल्के से मध्यम श्रेणी के बादल छाए हुए हैं।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के प्रस्थान करने के बाद अब उत्तर-पूर्व मानसून के आने का रास्ता साफ हो गया है। इस मानसून से दक्षिण भारत में जाड़े के दिन में काफी वर्षा होती है।