iGrain India - कुआलालम्पुर । मलेशिया में पिछले तीन वर्षों से पाम तेल का उत्पादन अक्टूबर में पीक पर पहुंचता रहा है मगर इस बार यह दो माह पूर्व यानी अगस्त में ही पीक पर पहुंच गया। इसके फलस्वरूप अगस्त की तुलना में सितम्बर के दौरान वहां पाम तेल का उत्पादन 3.8 प्रतिशत घटकर 18.20 लाख टन पर अटक गया।
अक्टूबर-दिसम्बर 2024 की तिमाही में भी पाम तेल के उत्पादन में गिरावट का माहौल बरकरार रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है। उत्पादन में गिरावट के बावजूद पाम तेल उत्पादों का निर्यात 0.9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 15.40 लाख टन पर पहुंच गया जो सितम्बर 2023 के शिपमेंट से 27 प्रतिशत अधिक था।
चालू वर्ष के शुरूआती नौ महीनों में यानी जनवरी-सितम्बर 2024 के दौरान मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन गत वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 11.50 लाख टन या 8.7 प्रतिशत बढ़ गया और मलेशियाई पाम तेल उत्पादों के निर्यात में भी 14.10 लाख टन या करीब 13 प्रतिशत की भारी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। इस तरह उत्पादन की तुलना में पाम तेल के निर्यात में 2.6 लाख टन का इजाफा हो गया।
सितम्बर 2024 के अंत में मलेशिया में पाम तेल उत्पादों का बकाया अधिशेष स्टॉक 20.10 लाख टन दर्ज किया गया जो सितम्बर 2023 से कुछ कम था।
मजबूत निर्यात प्रदर्शन तथा पीक उत्पादन सीजन की जल्दी समाप्ति के कारण मलेशियाई पाम तेल की कीमतों को बेहतर सहारा मिल रहा है।
चालू माह (अक्टूबर) के दौरान क्रूड पाम तेल का वायदा भाव बढ़कर 4400 रिंगिट प्रति टन की ऊंचाई पर पहुंच गया था। मलेशियन पाम ऑयल कौंसिल का मानना है कि चालू माह के दौरान क्रूड पाम तेल का भाव 4000 रिंगिट प्रति टन से ऊपर रह सकता है।
भारत में पाम तेल का स्टॉक घट रहा है जबकि इंडोनेशिया में भी 40 कार्यक्रम की तैयारी चल रही है। इससे पाम तेल बाजार को मजबूत समर्थन मिलने की उम्मीद है।