iGrain India - मुम्बई । सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में यानी अप्रैल-सितम्बर 2024 के दौरान देश से लगभग 20.83 लाख टन ऑयलमील (डीओसी) का निर्यात हुआ जो गत वर्ष की समान अवधि के शिपमेंट 22.76 लाख टन से करीब 9 प्रतिशत कम था।
पिछले साल की तुलना में चालू वित्त वर्ष के दौरान सोया डीओसी का निर्यात तो 5.87 लाख टन से उछलकर 9.09 लाख टन पर पहुंच गया मगर सरसों खल (रेपसीड मील) का निर्यात 13.45 लाख टन से लुढ़ककर 10.16 लाख टन,
राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन का निर्यात 1.52 लाख टन से घटकर 14 हजार टन, अरंडी मील का शिपमेंट 1.82 लाख टन से गिरकर 1.39 लाख टन तथा मूंगफली मील का निर्यात 11 हजार से फिसलकर 5 हजार टन रह गया।
सितम्बर 2024 में 60 हजार टन सोयामील, 1.31 लाख टन रेपसीड मील तथा 22 हजार टन अरंडी मील के साथ कुल 2.14 लाख टन ऑयलमील का निर्यात हुआ जो सितम्बर 2023 के शिपमेंट 3.31 लाख टन से 35 प्रतिशत कम रहा।
इससे पूर्व अगस्त के निर्यात में 11 प्रतिशत, मई में 31 प्रतिशत तथा अप्रैल के निर्यात में 6 प्रतिशत की गिरावट आई थी जबकि जून के शिपमेंट में 20 प्रतिशत तथा जुलाई के शिपमेंट में 18 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई थी।
भारतीय बंदरगाहों पर फ्री ऑन बोर्ड आधार पर सोयामील का औसत इकाई निर्यात ऑफर मूल्य अगस्त के 473 डॉलर से बढ़कर सितम्बर में 490 डॉलर प्रति टन,
रेपसीड मील का ऑफर मूल्य 273 डॉलर से बढ़कर 283 डॉलर प्रति टन तथा अरंडी मील का ऑफर मूल्य 86 डॉलर से सुधरकर 89 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया। उससे पूर्व सोयामील का भाव और भी ऊंचा चल रहा था।
दक्षिण कोरिया, वियतनाम, थाईलैंड तथा बांग्लादेश भारतीय ऑयल मील के शीर्ष खरीदार रहे जबकि ईरान और ताइवान ने भी इसका अच्छा आयात किया।
अप्रैल-सितम्बर की छमाही में ऑयल मील का भारत से निर्यात दक्षिण कोरिया को 4.62 लाख टन से घटकर 3.59 लाख टन, वियतनाम को 3.02 लाख टन से लुढ़ककर 1.32 लाख टन,
थाईलैंड को 3.75 लाख टन से गिरकर 2.12 लाख टन तथा बांग्ला देश को 4.36 लाख टन से फिसलकर 3.98 लाख टन पर अटक गया जबकि ईरान के निर्यात 48 हजार टन से उछलकर 1.15 लाख टन पर पहुंच गया। ताइवान को 70 हजार टन डीओसी भेजा गया।