iGrain India - तिरुअनन्तपुरम । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अब देश से प्रस्थान कर चुका है और देश में उत्तर पूर्व मानसून का आगमन हो गया है।
इसकी सक्रियता बढ़ने से दक्षिणी प्रायद्वीप के अनेक भागों में जोरदार बारिश होने लगी है जिसमें तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश एवं रायलसीमा भी शामिल है।
फिलहाल उत्तर-पूर्व मानसून का सक्रियता यहीं तक सीमित है लेकिन आगामी दिनों में केरल, कर्नाटक एवं तेलंगाना तक इसका विस्तार हो सकता है। अक्टूबर से दिसम्बर तक इन राज्यों में बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक पिछले दिन तटीय आंध्र प्रदेश, यानम, तमिलनाडु, पांडिचेरी एवं कराईकल में अत्यन्त मूसलाधार बारिश हुई जबकि रायलसीमा, केरल एवं माही में भी भारी वर्षा दर्ज की गई।
अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में भी दूर-दूर तक सामान्य बारिश होने की सूचना मिल रही है। बारिश का दायरा महाराष्ट्र के कुछ भागों तथा उससे सटे पश्चिम भारत के इलाकों तक फैला हुआ था। इससे खेतों में खड़ी खरीफ फसलों के प्रभावित होने की आशंका है लेकिन रबी फसलों की बिजाई में सहायता मिलने की उम्मीद भी है।
तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केन्द्र में एक-दो दिन तक जोरदार वर्षा का दौर जारी रह सकता है जिससे निचले इलाकों में जल भराव का संकट बढ़ जाएगा।
कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में भी बारिश हो रही है। कर्नाटक में 17 अक्टूबर को भी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गई है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर निर्मित डिप्रेशन से उत्तर-पूर्व मानसून को गति और ताकत मिल रही है। एक नवजात साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी बंगाल की खाड़ी के ऊपर देखा जा रहा है।