iGrain India - मुम्बई। शानदार घरेलू उत्पादन, ऊंचे स्टॉक एवं प्रतिस्पर्धी मूल्य के कारण भारत से जीरा के निर्यात में जोरदार बढ़ोत्तरी का माहौल देखा जा रहा है। पिछले वित्त वर्ष की सम्पूर्ण अवधि में यानी अप्रैल 2023 से मार्च 2024 के दौरान भारत से कुल मिलाकर 1.52 लाख टन से कुछ अधिक जीरा का निर्यात हुआ था जबकि चालू वित्त वर्ष के आरंभिक चार महीनों में ही इसका शिपमेंट 91 हजार टन से ऊपर पहुंच गया।
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2023 की तुलना में 2024 के दौरान भारत से जीरा का निर्यात अप्रैल में 16,282 टन से उछलकर 38,027 टन, जून में 9259 टन से सुधरकर 14,727 टन रह गया।
इसके बावजूद जीरा का कुल निर्यात अप्रैल-जुलाई 2023 के 57,526 टन से उछलकर अप्रैल-जुलाई 2024 में 91,175 टन की ऊंचाई पर पहुंच गया।
वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान देश से अगस्त में 6654 टन, सितम्बर में 5960 टन, अक्टूबर में 6228 टन, नवम्बर में 8099 टन, दिसम्बर 2023 में 12,234 टन, जनवरी 2024 में 12,396 टन, फरवरी में 10,966 टन तथा मार्च 2024 में 32,127 टन जीरा का निर्यात हुआ था। इस तरह अप्रैल 2023 से मार्च 2024 के दौरान भारत से कुल 1,52,189 टन जीरा का निर्यात शिपमेंट किया गया।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल घरेलू उत्पादन में भारी गिरावट आने तथा भाव उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने के कारण भारत से जीरा का निर्यात प्रभावित हुआ था लेकिन चालू वित्त वर्ष के दौरान उत्पादन एवं कीमत के मोर्चे पर स्थिति सामान्य है
जबकि तुर्की, सीरिया एवं ईरान जैसे अन्य प्रतिद्वंदी देशों में हालात सामान्य नहीं है। इससे जीरा के अंतर्राष्ट्रीय निर्यात बाजार में भारत को कम चुनौती का सामना करना पड़ेगा। जीरा की खरीद में आयातक देशों की निर्भरता भारत पर बढ़ती जा रही है।