iGrain India - सस्काटून । पश्चिमी कनाडा की मंडियों में पिछले सप्ताह मसूर के दाम में थोड़ी तेजी आई थी लेकिन चालू सप्ताह के दौरान बाजार काफी हद तक शांत देखा जा रहा है।
गत सप्ताह लाल मसूर का भाव उछलकर 35 सेंट प्रति पौंड (फ्री ऑन बोर्ड) के उच्च स्तर पर पहुंच गया था जो चालू सप्ताह में गिरकर 33 सेंट प्रति पौंड पर आ गया।
वैसे फरवरी सौदे के लिए इसका दाम 34 सेंट प्रति पौंड पर पहुंचे की उम्मीद की जा रही है। समझा जाता है कि भारत के साथ कनाडा की तकरार बढ़ने के बाद कुछ खरीदार बाजार से बाहर हो गए हैं और स्थिति के सामान्य होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
हालांकि फिलहाल दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ा है लेकिन जब तक मामला पूरी तरह सुलझ नहीं जाता तब तक कुछ भी हो सकता है।
भारत सरकार ने 31 दिसम्बर 2024 तक पीली मटर तथा 31 मार्च 2025 तक मसूर के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दे राखी है और कनाडा से भारत को विशाल मात्रा में इन दोनों दलहनों का निर्यात किया जाता है।
मोटी हरी मसूर का दाम भी उछलकर 62 सेंट प्रति पौंड की ऊंचाई पर पहुंच गया था जो अब नरम पड़कर 60 सेंट प्रति पौंड पर आ गया है। छोटी हरी मसूर का मूल्य 50 सेंट प्रति पौंड से कुछ ऊपर चल रहा है।
विशिष्ट किस्म की मसूर की खरीद के प्रति खरीदारों की दिलचस्पी एक बार फिर बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। इसके तहत फ्रेंच ग्रीन तथा ब्लाक (बेलुगा) मसूर की खरीद के लिए पूछ परख हो रही है।
फ्रेंच ग्रीन मसूर का प्लांट डिलीवरी भाव 47 सेंट प्रति पौंड बताया जा रहा है जबकि बेलुगा का कारोबार 60 सेंट प्रति पौंड के मूल्य स्तर पर हो रहा है।
कनाडा में मसूर फसल की कटाई-तैयारी समाप्त हो चुकी है जबकि ऑस्ट्रेलिया में शीघ्र ही जोर पकड़ने वाली है। कनाडा में उत्पादन बढ़ा है मगर ऑस्ट्रेलिया में घटने की संभावना है।
भारत में फिलहाल मसूर के आयात की गति धीमी है और नई फसल के लिए बिजाई शुरू होने वाली है। सरकार के पास इसका अच्छा खासा स्टॉक मौजूद है जिसके कुछ भाग को कभी भी खुले बाजार में बिक्री के लिए उतारा जा सकता है। इससे भारतीय व्यापारी मसूर के आयात में सतर्कता दिखा रहे हैं।