iGrain India - फ्लोर मिलर्स की मांग से गेहूं का भाव तेज नई दिल्ली । सरकार की तरफ से निराश होने के बाद व्यापारियों एवं फ्लोर मिलर्स / प्रोसेसर्स ने अब खुली मंडियों से गेहूं की खरीदारी बढ़ानी शुरू कर दी है जिससे 12-18 अक्टूबर वाले सप्ताह के दौरान इसका भाव आमतौर पर तेज देखा गया। दिल्ली में यूपी / राजस्थान के गेहूं का दाम 30 रुपए बढ़कर 3050/3060 रुपए प्रति क्विंटल की ऊंचाई पर पहुंच गया। मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश की मंडियों में भी कीमत बड़ी। वहां गेहूं का भाव इंदौर में 70 रुपए बढ़कर 2800/3350 रुपए प्रति क्विंटल तथा देवास में 300 रुपए उछलकर 2750/3500 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। इसके अलावा उज्जैन तथा हरदा में भी गेहूं का दाम 50-50 रुपए तेज हो गया। राजस्थान की कोटा मंडी में गेहूं का भाव 55 रुपए बढ़कर 2700/2850 रुपए प्रति क्विंटल तथा बूंदी में 25 रुपए सुधरकर 2680/2775 रुपए प्रति क्विंटल हो गया जबकि बारां में यह पिछले स्तर पर ही स्थिर रहा।उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश की मंडियों में गेहूं के दाम में 5 से 55 रुपए प्रति क्विंटल तक की वृद्धि हुई लेकिन महाराष्ट्र की जालना मंडी में भाव 100 रुपए घटकर 2750/3200 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। अधिकांश मंडियों में गेहूं का भाव सरकारी समर्थन मूल्य से काफी ऊंचा चल रहा है लेकिन फिर भी आवक सीमित हो रही है। इससे संकेत मिलता है कि उत्पादकों के पास गेहूं का कम स्टॉक बचा हुआ है और इसकी आपूर्ति का ऑफ सीजन शुरू हो गया है। स्टॉक / बिक्री सरकार ने गेहूं पर भंडारण सीमा का आदेश लागू कर रखा है और खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत फिलहाल अपने स्टॉक से गेहूं की बिक्री शुरू करने की संभावना से इंकार किया है। भारत ब्रांड के तहत बेचे जाने वाले गेहूं के आटे का दाम 275 रुपए से बढ़ाकर 300 रुपए प्रति 10 किलो निर्धारित कर दिया है। गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी 2023-24 के 2275 रुपए प्रति क्विंटल से 150 रुपए बढ़ाकर 2024-25 सीजन के लिए 2425 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया गया है।