iGrain India - ब्रिसबेन । भारत में शुल्क मुक्त आयात की समय सीमा समाप्त होने से पूर्व ऑस्ट्रेलिया से नए चने का आयात बढ़ाने का जोरदार प्रयास किया जा रहा है। पिछले दिन एक निर्यातक फर्म- ग्रेन कॉर्प द्वारा क्वींसलैंड प्रान्त के मध्यवर्ती भाग में उत्पादित चना की 31 हजार टन मात्रा के प्रथम शिपमेंट के लिए ग्लैडस्टोन बंदरगाह पर जहाज पर लोडिंग की गई।
यह बंदरगाह ब्रिसबेन से करीब 500 कि०मी० उत्तर में अवस्थित है। निर्यातकों पर जल्दी-जल्दी भारत से चना भेजने के लिए भारी दबाव पड़ रहा है क्योंकि यदि भारत में शुल्क मुक्त आयात की अवधि समाप्त हो गई और सरकार ने समय सीमा आगे नहीं बढ़ाई तो देसी चना की खरीद में भारतीय आयातकों की दिलचस्पी घट जाएगी।
समझा जाता है कि ग्लैडस्टोन से रवाना होने वाला जहाज पहले मकाय में रुकेगा जहां उस पर कुछ और चना की लोडिंग होगी और उसके बाद वह एशिया के लिए प्रस्थान कर जाएगा।
वैसे निर्यातकों को उम्मीद है कि भारत में 31 मार्च 2024 तक देसी चना के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दी जा सकती है जिससे ऑस्ट्रेलिया को अपने स्टॉक का निर्यात बढ़ाने का अच्छा अवसर मिल सकता है।
इस वर्ष ऑस्ट्रेलिया में देसी चना का शानदार उत्पादन होने के संकेत मिल रहे हैं। ग्रेन कॉर्प के अनुसार एक माह के अंदर यह जहाज गंतव्य स्थान पर पहुंच जाएगा। आयातकों की मांग एवं जरूरत को सही समय पर पूरा करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
दरअसल इस निर्यातक फर्म को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। न्यू साउथ वेल्स प्रान्त में अनाज संचालकों ने काम बंद करने का फैसला किया है क्योंकि ग्रेन कॉर्प के साथ नया वेतन करार के लिए बातचीत असफल हो गई।
समीक्षकों के अनुसार भारत दुनिया में चना का सबसे बड़ा उत्पादक एवं खपतकर्ता देश है जबकि ऑस्ट्रेलिया इसके निर्यात में प्रथम स्थान पर है।
इस वर्ष भारत में उत्पादन घटकर पिछले पांच साल के नीचे स्तर पर सिमट गया तो उधर ऑस्ट्रेलिया में इसका शानदार उत्पादन होने वाला है। मई 2024 में भारत सरकार ने चना के आयात को शुल्क मुक्त कर दिया था।